आर. जी. एन. पब्लिक स्कूल के शिक्षकों ने अभिभावकों के साथ बैठक की

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गया। आर. जी. एन. पब्लिक स्कूल के दोनो शाखाओ बड़की बाग शेरघाटी तथा डॉ. किशोरी मोहन काम्प्लेक्स, गया में वार्षिक परीक्षाफल की घोषणा गुरुवार को की गई है। परीक्षाफल की घोषणा के लिए अभिभावक शिक्षक बैठक आयोजित की गई थी । परीक्षाफल प्राप्त कर सभी बच्चों तथा अभिभावकों के चेहरे पर खुशी देखने को मिली। विद्यालय के निदेशक संजय कुमार ने विद्यार्थियों को अच्छे अंक प्राप्त करने पर उन्हें पुरस्कार से सम्मानित किया तथा उनके अच्छे परीक्षा परिणाम के लिए शुभकामनाएं दी हैं। सभी अभिभावकों ने विद्यालय के निदेशक संजय कुमार , उपनिदेशक ई. संजीव कुमार , प्राचार्य सुचरिता पंचाध्यय, उपप्राचार्य आकिब अली तथा सभी शिक्षको के टीम को इस सफलता का श्रेय दिया है। निदेशक संजय कुमार के मार्गदर्शन मे सभी शिक्षको का कठिन परिश्रम और अथक प्रयास से बच्चों का बेहतरीन परीक्षाफल देखा गया है। दूसरी ओर उपनिदेशक ई. संजीव कुमार ने बच्चों का सफलता का श्रेय बच्चों का कठिन परिश्रम तथा उनके अभिभावकों को दिया है । उन्होंने कहा की मुख्यतः देखा जाए तो माता-पिता ही बच्चे को सफल या असफल बना सकते हैं। माता-पिता का दृष्टिकोण, मानसिकता, समझबूझ, शिक्षा, जागृति, अनुकूलन और बच्चे को शिक्षित करने का कौशल ही बच्चे की सफलता या असफलता के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण होता है।संजय कुमार ने कहा कि जो माता-पिता बच्चे में छुपी हुई शक्तियों को ढूंढने का प्रयास करते हैं और उस हिसाब से उसे अवसर प्रदान करते हैं वैसी स्थिति में बच्चे की सफलता की संभावना बढ़ जाती है।जो माता-पिता अपनी संतानों को हमेशा सकारात्मक दृष्टिकोण रखना सिखाते हैं और उसे निरंतर स्वीकृति प्रदान करते हैं, वैसे बच्चे अधिकांशतः सफल होते हैं।जब बच्चा सीखने में असफल हो जाता है तब धैर्य या संयम खोए बिना उसके साथ डटे रहे और असफलता के दलदल से ऊपर उठना सीख सके, वैसे बच्चे ज्यादा सफल होते हैं।सम्मानित होने वाले बच्चों के नाम में रोहित कुमार, प्रिंस कुमार, अन्वी कुमारी, प्रीति कुमारी, सोनाली कुमारी, आयेशा कुमारी, अबिता कुमारी, तनु श्री, अभिषेक कुमार, नवीन कुमार, शिवम कुमार, आरुषि कुमारी, स्वीटी रानी, प्रभात कुमार, रोहित कुमार, दिव्यांशु कुमार, तनुज कुमार, अभिषेक राज आदि कई बच्चे शामिल थे।संजय कुमार ने कहा कि दरअसल, अभिभावक और टीचर्स के आपस में बातचीत का मुख्य मकसद बच्चों को आत्मनिर्भर बनाना होता है। उसके व्यक्तित्व से जुड़ी बातों को एक-दूसरे से शेयर करना और उसकी कमियों को जानना भी है। शैक्षणिक स्तर पर बच्चे में जो कुछ भी कमियां हैं, उसे दोनों तरफ से प्रयास करके, दूर करने की कोशिश करना भी है।इस बैठक सुबह नौ बजे निर्धारित समय पर शुरू हुई, जिसमें बड़ी संख्या में अभिभावकों ने भाग लिया है। अभिभावकों ने चल रहे कक्षा पाठ्यक्रम और गृहकार्य आदि पर चर्चा की और इस पहल को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए अपने सुझाव भी प्रस्तुत किए हैं।संजय कुमार ने बताया कि अभिभावकों को कक्षाओं के साथ-साथ स्कूल के मुख्य उद्देश्यों और नए शैक्षणिक वर्ष 2024-25 की नीतियों और अभिभावकों के अमूल्य विचारों से अवगत कराया जाना था। उन्होंने कहा कि संस्था की सफलता के लिए माता-पिता का सहयोग अमूल्य है जो लगातार प्राप्त हो रहा है। अभिभावकों के सकारात्मक सुझावों को स्वीकार कर क्रियान्वित किया जाएगा। अभिभावकों ने भी इस पहल के लिए स्कूल प्रबंधन, प्राचार्य और सभी कर्मचारियों को धन्यवाद।

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