गया। गया जिला के मानपुर प्रखंड अंतर्गत ननौक पंचायत के 8 गांव को पंचायत की मुखिया श्रीमति सुधा प्रकाश द्वारा बाल विवाह मुक्त ग्राम घोषित किया गया जिस अवसर पर वार्ड सचिव कविता देवी ,वार्ड सदस्य पूनम देवी एवम अन्य ग्रामीण उपस्थित रहें हैं । संबंधित घोषणापत्र पंचायत के मुखिया के द्वारा जारी किया गया जिसमें 8 गांव ननौक, बीजू बिगहा ,खिदारपुरा, महुआर कला , डेल्हा, भेरिया और नवादा बाल विवाह मुक्त गांव के रूप में घोषित किया गया है । समारोह की अध्यक्षता पंचायत के मुखिया ने किया गया है।कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेंस फाउंडेशन एवम प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर संस्था द्वारा बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत परियोजना एक्सेस टू जस्टिस अंतर्गत करीब 1 साल से जिले के 5 प्रखंड चंदौती,मानपुर,बेलागंज,बोधगया और खिजरसराय के 29 पंचायत के 150 गांवों में ग्रामीण को बाल विवाह के विरुद्ध जागरूक किया जा रहा है एवम ग्रामीणों को बाल विवाह ना करने की शपथ दिलाई जा रही है । संबंधित विभाग एवं पंचायत प्रतिनिधियों के सहयोग से जागरूकता अभियान संचालित किए गए है ।इस हेतु हुए समारोह में संस्था के जिला समन्वयक देवेंद्र कुमार मिश्रा,कार्यकर्ता बिनोद कुमार एवम जितेन्द्र देव गुप्ता के साथ अन्य ग्रामीण उपस्थित थे। जिला समन्वयक ने कहा कि बाल विवाह के खिलाफ सरकार ने कठोर कानून बनाए है एवम उसका अनुपालन करना हम सबका दायित्व है । भारत में हुए 2011 की जनगणना के अनुसार हर 3 में से 2 लड़कियों की शादी 15 से 17 साल में होती है । उन्होंने बताया कि संस्था द्वारा सभी राजनीतिक दलों से यह आग्रह की जाएगी की अपने घोषणापत्र में 18 वर्ष तक के बच्चो हेतु अनिवार्य व नि: शुल्क शिक्षा हो । शिक्षा बाल विवाह को समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है । मुखिया सुधा प्रकाश ने कहा कि सबकी भागीदारी से बाल विवाह जैसे अभिशाप से छुटकारा संभव है ताकि लड़के और लड़की का विकास रुके नहीं है । यह हमारे पंचायत हेतु गर्व की बात है की ननौक पंचायत के सभी गांव बाल विवाह मुक्त घोषित किए गए है । सभी गांवों में प्रयास संस्था के कार्यकर्ताओं द्वारा जागरूकता अभियान चलाया गया है।