श्री सुरेन्द्र रविदास जी महराज के मुखारविंद से भागवत कथा अमृत का प्रवचन
कतरास। कतरास के पांडेयडीह काट स्टैंड से भागवत कथा के आयोजन का शुभारंभ तुलसी यात्रा के साथ किया गया। पांडेयडीह कार स्टैंड से 151 महिलाएं और कुंवारी कन्याओं ने तुलसी यात्रा में भाग लिया। तुलसी शोभा यात्रा पंडेयडीह से नगर भ्रमण करते हुए चंदौर छठ तालाब पहुंचा। जहां वैदिक विधि विधान से पूजा अर्चना की गई। तुलसी शोभा यात्रा के दौरान जय कृष्ण जय श्री राम के उद्घोष से पूरा वातावरण भक्तिमय बन गया।
भागवत कथा वाचक श्री सुरेन्द्र रविदास जी महराज ने भागवत कथा को सफल बनाने की अपील नगरवासियों से की। कथा वाचक श्री सुरेन्द्र रविदास जी महराज ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण प्रेम के वशीभूत होते हैं। पहले प्रभु को प्रसन्न करने के लिए कठिन तपस्या करनी पड़ती थी। उसके बाद यज्ञ का आयोजन कर प्रभु को प्रसन्न किया जाता था। बाद मूर्ति पूजन कर प्रभु को प्रसन्न किया जाने लगा। कलयुग में अगर चार लोग भी एक साथ बैठा कर भगवान की आराधना करे तब भी प्रभु प्रसन्न हो जाते है और अपनी कृपा बनाते हैं।
श्री सुरेन्द्र रविदास जी महराज ने कहा कि आज पांडेयडीह नगर वासियों पर प्रभु श्री कृष्ण और श्री राम की असीम कृपा हुई है जिसके कारण भागवत कथा श्रवण का अवसर प्राप्त हुआ है।
तुलसी शोभा यात्रा के साथ भागवत कथा प्रवचन 21 नवंबर तक चलेगा। आयोजक मंडल ने भागवत कथा के आयोजन को सफल बनाने की अपील की है और नगर वासियों से भागवत कथा श्रवण का लाभ लेने की अपील की है।