रांची / झारखंड में मौजूदा कोरोना संकट की स्थिति जानने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात की। फोन पर हुई बातचीत के कुछ घंटों बाद सीएम ने आरोप लगाया कि पीएम ने उनकी बात सुनी ही नहीं। बातचीत किसी अकेले व्यक्ति के लंबे भाषण जैसी थी। हालांकि, बातचीत के बारे में विस्तार से तो नहीं पता चल पाया पर सीएम सोरेन ने रात को ट्वीट किया था, “आरदरणीय प्रधानमंत्री ने फोन किया। उन्होंने सिर्फ अपने मन की बात की। बेहतर होता कि अगर वह काम की बात करते और काम की बात सुनते।” मुख्यमंत्री के करीबी सूत्रों ने कहा “झारखंड सीएम का गुस्सा महसूस किया जा सकता था।” सूत्र ने आगे जानकारी दी, “पीएम मोदी ने उनसे राज्य की स्थिति, संसाधनों और क्या सूबे को जरूरत है, इस पर कुछ भी नहीं पूछा, जबकि असल में झारखंड जरूरी दवाइयां पाने के लिए संघर्ष कर रहा है। वह बस बोलते रहे और बोलते रहे। यही वजह थी कि सीएम ने ट्वीट किया।”
असम के सीएम ने इसे “अपमानजनक” करार दिया है
उल्लेखनीय एडिशनल प्रेसर युक्त ऑक्सीजन प्लांट के लिए देश के 581 इलाकों को चिह्नित किया गया है लेकिन झारखण्ड का नाम केंद्र की उस सूची में नहीं है।