धनबाद। वैश्विक महामारी कोरोना के दूसरी लहर में लोगों को ऑक्सिजन और जरूरी दवा के अभाव में जिंदगी दम तोड़ रही है और चारो ओर भय का माहौल है। ऐसी स्थिति में लोगों की जान बचाने और जरूरी दवा व साधन उपलब्ध कराने को लेकर जदोजहद चल रही है। इस बीच धनबाद के सांसद पशुपतिनाथ सिंह का एक पत्र 29 अप्रैल से सोशल मीडिया में घूम रहा जिसमे सांसद पशुपतिनाथ सिंह न3 धनबाद जिला उपायुक्त से क्षेत्र में निजी अस्पताल और जांच घरों में जनता से लूट व मनमाना रवैया पर अंकुश लगाने की अपील की है। फिलहार चार दिनों के बाद भी सांसद पशुपतिनाथ सिंह के पत्र के आलोक में कोई कार्यवाही जिला प्रशासन की ओर से नही किया गया है। वही भाजपा धनबाद शहरी के कोषाध्यक्ष रजनीश तिवारी ने कहा कि जनता को राहत देने और निजी अस्पताल , क्लीनिक व लैब के लूट को रोकने की पहल की जिसका सीधा फायदा आम जनता को मिलता। मगर कोरोना संक्रमण के बिगड़ते स्थिति में भी राज्य सरकार के अधिकारी जब जनप्रतिनिधियों की भी नही सुनते तो स्थिति की भयावहता को समझा जा सकता है। आज लोग भयभीत हैं उन्हें संबल व उचित स्वास्थ्य सुविधा मिलना चाहिए और वाजिव दर पर मिलना चाहिए। मगर जिला प्रशासन आम जनता की सुध नही ले रहा है जिससे स्थिति और विकराल रूप ले रही है। मामूली बीमारी को लेकर भी लोगों में भय व्याप्त हो गया है और उपचार महंगा पड़ रहा है। जिला प्रशासन त्वरित कार्यवाही करे और निजी अस्पताल, क्लीनिक और लैब पर अंकुश लगाने का काम करे जिससे साधारण दर से लोगों को कोरोना और अन्य बीमारी का इलाज हो सके।