लोयाबाद | बीसीसीएल के सिजुआ क्षेत्र में आउटसोर्सिंग कंपनी के आने की खबर सुनते ही क्षेत्र के लोगों में आक्रोश फूट पड़ा। कंपनी को कार्य करने के दौरान ग्रामीणों की विस्थापन और पेड़ कटाई करना है। आउटसोर्सिंग कंपनी के आने से क्षेत्र में बढ़ते प्रदुषण से चिंतित लोग पेड़ में रक्षा सूत्र बांधकर आर पार की लड़ाई लड़ने का शंखनाद कर दिया है। इस बाबत सिजुआ नागरिक समिति के बैनर तले एक विशाल जुलूस लेकर जिला प्रशासन के नाम जोगता थाना प्रभारी को एक ज्ञापन सौंपा । जुलूस में शामिल कुछ लोगों के दबी जुबान से कहते सुना गया कि यह हंगामा खड़ा कर एक खास नेता अपनी निजी स्वार्थ की रक्षा करने में जुटे हैं। नेताओं ने कहा आउटसोर्सिंग कंपनी चलाने से पहले बीसीसीएल प्रबंधन को क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर बसाने का काम करना होगा।सैकङो पेङो को काटने से पहले उतने पेङ लगाने होंगे। ग्रामीणों ने कहा अगर कम्पनी द्वारा अनदेखी की गई तो आर-पार की लङाई होगी। वहीं मोदी डीह कोलियरी परियोजना पदाधिकारी अरविंद कुमार झा ने कहा देश के विकास के लिए कोयल का उत्पादन जरूरी है। परंतु बीसीसीएल लोगों की अनदेखी नहीं करेगी। बीसीसीएल लोगों को ध्यान में रखते हुए अपनी महत्वाकांक्षी योजनाओं द्वारा लोगों का पुनर्वास और विस्थापन करना सुनिश्चित किया है ।उन्होंने कहा जिस क्षेत्र में आउटसोर्सिंग द्वारा कोयल का उत्पादन किया जाना है, उस क्षेत्र के रैयतों के लिए उचित पुनर्वास एवं मुआवजा का प्रावधान है। जो लोग कंपनी के कर्मचारी हैं उनके लिए कंपनी आवास उपलब्ध कराएगी। और वैसे लोग जो यहां रहकर अपना गुजर बसर कर रहे हैं और वह रैयत नहीं है, वैसे लोगों को भी कंपनी मूलभूत सुविधाओं के साथ सुरक्षित स्थान पर बसान की काम करेगी। परंतु वैसे लोग जो बीसीसीएल के कर्मचारी रह चुके हैं और सेवानिवृत्ति के बाद कंपनी द्वारा दी जाने वाली राशि का भुगतान प्राप्त करने के बाद भी बीसीसीएल के आवास में ही जबरन कब्जा कर या अन्य किसी कारणवश रह रहे हैं, उनके विरुद्ध कंपनी ठोस कदम उठाने के लिए बाध्य है।