निचितपुर। ईस्ट बसूरिया के गोन्दुडीह कोलियरी अंतर्गत धोबी कुल्ही के स्थानीय ग्रामीणों ने विस्थापित किये जाने के मामले में जमीन की लिखित दस्तावेज की मांग को लेकर गोन्दुडीह परियोजना पदाधिकारी का कार्यालय पर घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया।
ग्रामीणों का मांग है कि धोबी कुल्ही के लोगों को भुली क्षेत्रीय अस्पताल केम्पस मर बसाया जा रहा है। जिसका जमीन का लिखित दस्तावेज प्रबंधन उपलब्ध करावे और केम्पस में बडी संख्या में पेड़ लगाया गया है जिसे हटाने का वन विभाग या नगर निगम से एनओसी दिलाए।
ग्रामीणों के विरोध प्रदशर्न से करीब तीन घंटा कार्यालय जाम रहा। जिसके बाद परियोजना पदाधिकारी टी पासवान ने ग्रामीणों से वार्ता की और मंगलवार को सक्षम पदाधिकारी से वार्ता कराने का आश्वासन दिया जिसके बाद ग्रामीण शांत हुए।
स्थानीय मुखिया आरती देवी के प्रतिनिधि महेंद्र रजक ने बताया कि धोबी कुल्ही के लोगों को भुली क्षेत्रीय अस्पताल केम्पस में बसाने को लेकर टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने भूमि आवंटन का शिलान्यास किया था। मगर ग्रामीणों को जमीन का लिखित दस्तावेज नही मिला है। वहीं नगर निगम द्वारा सेकड़ो पेड़ केम्पस में लगाया गया है। जिसे हटाने का एनओसी न तो नगर निगम से मिला है और न ही वन विभाग से। ऐसे में ग्रामीण कैसे अपना घर बनाएंगे। गोन्दुडीह प्रबंधन को उचित पहल कर जल्द जमीन का दस्तावेज ग्रामीणों के नाम करे और पेड़ काटने को लेकर एनओसी उपलब्ध कराया जाय। अगर प्रबंधन जल्द कार्यवाई नही करता है तो स्थानीय ग्रामीण प्रबंधन के विरोध में जोरदार आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
पंचायत समिति सदस्य राजू रजक ने कहा कि धोबी कुल्ही के ग्रामीणों को यहां से हटाकर भुली में बसाने की योजना में घोर लापरवाही बरती जा रही है। प्रबंधन जमीन दिखा कर ग्रामीणों को बरगला रही है। जमीन का दस्तावेज ग्रामीणों के नाम नही किया गया है और जिस भूखंड पर घर बनाना है वहां पहले से सेकड़ो पेड़ लगे हैं जिसको हटाने को लेकर प्रबंधन ने कोई पहल नही की है । जिससे ग्रामीणों में उहापोह की स्थिति व्याप्त है और ग्रामीण आक्रोशित है। अगर प्रबंधन ने जल्द ग्रामीणों की मांग को नही मानती तो ग्रामीणों के हक के लिए आंदोलन चलाया जाएगा।
मौके पर सेकड़ो की संख्या में स्थानीय ग्रामीण मौजूद थे।