भुली। 5 अप्रैल को बाबू जगजीवन राम की 115 वी जयंती मनाई गई। नारी शक्ति जन सुविधा केन्द्र की केंद्रीय अध्यक्ष लक्ष्मी देवी ने बाबू जगजीवन राम को लेकर कहा कि आधुनिक भारतीय राजनीति के शिखर पुरुष जिन्हें आदर से ‘बाबूजी’ के नाम से संबोधित किया जाता था। अपने संसदीय जीवन में राष्ट्र के प्रति उनका समर्पण और निष्ठा बेमिसाल है। उनका संपूर्ण जीवन राजनीतिक, सामाजिक सक्रियता और विशिष्ट उपलब्धियों से भरा हुआ है। सदियों से शोषण और उत्पीड़ित दलितों, मज़दूरों के मूलभूत अधिकारों की रक्षा के लिए जगजीवन राम द्वारा किए गए क़ानूनी प्रावधान ऐतिहासिक हैं। जगजीवन राम का ऐसा व्यक्तित्व था जिसने कभी भी अन्याय से समझौता नहीं किया और दलितों के सम्मान के लिए हमेशा संघर्षरत रहे। विद्यार्थी जीवन से ही उन्होंने अन्याय के प्रति आवाज़ उठायी। बाबू जगजीवन राम का भारत में संसदीय लोकतंत्र के विकास में महती योगदान है।
लक्ष्मी देवी ने कहा कि आज बाबु जगजीवन राम के जीवन से सीख लेने की जरूरत है। ताकि दलितों वंचितों की लड़ाई को जारी रखा जा सके।