प्रतिनिधि।रति रंजन|
सरायकेला | सामाजिक आर्थिक रूप से सशक्त भारत के निर्माण के सपने को सार्थक औऱ ऊंची उड़ान देने के उद्देश्य को साकार करने में हाथकरघा उद्योग देश मे एक मजबूत विकल्प के तौर पर उभर रही है। देश में हाथकरघा बुनकरों की कला को सम्मानित करने और हाथकरघा उद्योग को समृद्ध करने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष 7 अगस्त को राष्ट्रीय हाथकरघा दिवस का आयोजन किया जाता है। इसी कड़ी के तहत रविवार को सरायकेला खरसावां जिला अंतर्गत “खादी पार्क ,आमदा” में राष्ट्रीय हथकरघा दिवस का आयोजन कर अच्छा प्रदर्शन करने वाले बुनकरों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुवात में सर्वप्रथम मुख्य अतिथि के रूप में पधारे राखाल चंद्र बेसरा मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी (सीईओ),झारखंड राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड को प्रबंधक विभूति राय ,प्रभारी मनोज शर्मा एवं बुनकरों द्वारा पुष्पगुच्छ देकर तथा पुष्प वर्षा कर आभार व्यक्त करते हुए स्वागत किया गया।तत्पश्चात मुख्य अतिथि श्री बेसरा ने खादी पार्क परिसर में स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के मूर्ति पर माल्यापर्ण कर उन्हें कोटिशः नमन किया ।इसके बाद खादी पार्क के सभागार में जिले के विभिन्न क्षेत्रों यथा चांडिल,मारांगहातु,आमदा,कुचाईआदि से आये दर्जनों बुनकरों को कार्यपालक पदाधिकारी श्री बेसरा के द्वारा शाल ओढाकर एवं मोमेन्टो देकर उन्हें सम्मानित किया गया। इस अवसर पर श्री बेसरा ने वर्तमान समय मे हथकरघा उद्योग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बुनकरों के उत्थान के लिए किये जाने वाले प्रयासों की चर्चा करते हुए उनके कारीगरी को सराहा ,साथ ही हैंडलूम के बारे में अधिक से अधिक लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के उद्देश्य को लेकर एवं बुनकरों के कारीगरी सह हथकरघा उद्योग के संवर्धन हेतु सबों को खादी से बने बस्तुओं का दैनिक जीवन में उपयोग करने की अपील की।उन्होंने कहा हथकरघा उत्पाद जहां ग्रामीण आबादी को रोजगार मुहैया कराते हैं वहीं यह पर्यावरण के अनुकूल भी है।मौके पर उपरोक्त के अलावा प्रबंधक विभूति कुमार राय,प्रभारी मनोज शर्मा,प्रभारी सुनील कुमार,प्रियंका केशरी,भारती महतो,शिल्पा दास, बबिता तांती,रामप्रवेश दास, सुरुमाई सोय, हीरामनि सोय, वैजंती सोय, पुष्पा तांती,लखन तांती,प्रेमलता कुमारी महतो,गायत्री महतो,तमन्ना परवीन,प्रवीण कुमार,चंद्रदेव दास एवं अन्य उपस्थित रहे।