जिलेभर मे श्रीजगन्नाथ रथ यात्रा की धूम, श्रीविग्रह दर्शन को आतुर दिखे श्रद्धालुगण

न्यूज 12 भारत संवाद दाता रति रंजन ,सरायकेला

सरायकेला श्रीगुंडीचा मंदिर मे अगले नौ दिनों तक विभिन्न अवतारों मे श्रीविग्रह देंगे दर्शन

सरायकेला मे कोविड प्रोटोकॉल के तहत नौ दिनी रथ मेला का होगा आयोजन

खरसवां राजमहल परिसर मे ऑडिया भाषा संस्कृति पर आधारित कला संस्कृति विभाग,ऑडिशा सरकार के तत्वाधान में होंगे कई कार्यक्रम

पवित्र हेरा पंचमी पर खरसवां मे देवी महालक्ष्मी की पालकी यात्रा का होगा आयोजन

सरायकेला | ऑडिया कला संस्कृति मे अपनी अलग पहचान रखने वाली सोलह कलाओं से परिपूर्ण सरायकेला नगरी देश और राज्य के मानचित्र मे अपनी सार्थक पहचान रखती है। राज्य के सांस्कृतिक राजधानी के रूप मे प्रसिद्ध सरायकेला खरसवां जिला मे इन दिनों श्रीजगन्नाथ रथ यात्रा की धूम मची हुई है । पिछलेदिनों देवस्नान पूर्णिमा के बाद से अस्वस्थ चल रहे बडे भाई बलभद्र ,महाप्रभु जगन्नाथ, देवी सुभद्रा स्वस्थ होकर नेत्रोत्सव नीति के पश्चात रथ मे आरूढ़ हो नगर भ्रमण करते हुए समस्त संसार के प्राणिजगत को दर्शन दे उनके कष्टों का हरण कर सुख ,समृद्धि,स्वस्थता,वैभवता प्रदान करते हैं। इसी के तहत जिले के कई क्षेत्रों मे यथा सरईकेला,खरसवां,गमहरिया,आदित्यपुर,खरसवां के हरीभंजा ,सांतारी,कुड़मा,डालेयकला आदि विभिन्न स्थानों मे स्थित दर्जनों जगन्नाथ मंदिरों से शुक्रवार को श्रीविग्रहों की विधिवत पूजा अर्चना के बाद भक्तिमय एवं हर्षोल्लास वातावरण मे रथ यात्रा निकली गई। रथ मे आरूढ़ बडे भाई बलभद्र ,महाप्रभु जगन्नाथ, देवी सुभद्रा,सुदर्शन के दर्शन एवं रथ खींचने के लिए श्रद्धालु उत्साह ओर श्रद्धाभाव के साथ उमड़ पडे । सरायकेला नगर की प्रसिद्ध रथ यात्रा शुक्रवार को विभिन्न नीति के पश्चात शुरू हुई यहाँ रथ यात्रा का आयोजन शनिवार को भी होगा एवं बडे भाई बलभद्र ,महाप्रभु जगन्नाथ, देवी सुभद्रा,सुदर्शन चतुर्धा विग्रहों श्रीगुंडीचा मंदिर मे विराजमान होंगे ।यहाँ पर जगत के नाथ प्रभु जगन्नाथ के दर्शन हेतु श्रद्धालुओं का महासमुद्र उमड़ पड़ा ,वातावरण जय जगन्नाथ के जयघोष से गुंजायमान हुआ । जगन्नाथ मेला समिति,सरायकेला के अध्यक्ष सह सरायकेला नगर पंचायत उपाध्यक्ष मनोज चौधरी ने बताया की अगले नौ दिनों तक श्रीगुंडीचा मंदिर मे बडे भाई बलभद्र ,महाप्रभु जगन्नाथ, देवी सुभद्रा विभिन्न अवतारों मे भक्तों को दर्शन देंगे साथ ही कहा की कोविड के आंशिक प्रभाव के मद्देनजर प्रोटोकॉल एवं मेडिकल एडवइजेरी के अनुसार रथ मेला एवं धार्मिक अनुष्ठान सम्पन्न कराए जाएंगे । सम्पूर्ण जिले मे जगन्नाथ रथ यात्रा के सफल आयोजन को लेकर प्रशासनिक व्यवस्था चुस्त दुरुस्त रही । रथ यात्रा के दौरान उमड़े श्रद्धालुओं की सुरक्षा, विधि व्यवस्था का सख्ती से पालन आदि हेतु पुलिस प्रशासन की ओर से मजबूत इंतजाम किए गए थे मंदिर मार्ग मे वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गई थी साथ ही रथ यात्रा के सफल आयोजन को लेकर सभी क्षेत्रों मे जनप्रतिनिधियों की भी सार्थक भागीदारी देखने को मिली।

रथारूढ़ महाप्रभु के महादर्शन हेतु खरसवां मे उमड़ा भक्तों का सैलाब

खरसावां के ऐतहासिक रथ यात्रा में उमड़ा जन समंदर

सरकारी स्तर पर आयोजित होनेवाली खरसवां की प्रसिद्ध रथ यात्रा कई मायनों मे महत्वपूर्ण है । खरसवां मे सुबह मे हुई हल्की बारिश ने सम्पूर्ण वातावरण को सुहावना बना दिया। दोपहर वाद श्रद्धालुओं के सैलाब के बीच चतुर्धा विग्रहों को खरसवां के राजमहल परिसर स्थित श्रीमंदिर से पंडितों एवं ब्राह्मण कुमारों द्वारा “पहंडी नीति” के तहत घंटध्वनि एवं जय जगन्नाथ के जय घोष के साथ सुसज्जित रथ के सम्मुख परंपरागत राजगोसाई परिवार द्वारा निर्मित पूजा वेदी मे विराजमान कराया गया।तत्पश्चात राजपुरोहित एवं पंडितों,पुजारियों द्वारा विधिवत श्रीविग्रहों की पूजा की गई ।

हारिभंजा में पहंडी नीति के दौरान बलभद्र,महाप्रभु जगन्नाथ,देवी सुभद्रा

खरसवां राजपरिवार के सभी सदस्य गण एवं उपस्थित भक्तों के महासमुद्र के समक्ष खरसवां राजघराने के राजा गोपाल नारायण सिंहदेव द्वारा “छेरापहरा” नीति सम्पन्न की गई । इसके बाद घंटध्वनि करताल ध्वनि के बीच श्रीविग्रहों को रथ मे आरूढ़ कराया गया। ऑडियाभाषी प्रसिद्ध कीर्तन मंडली द्वारा कीर्तन करते हुए महाप्रभु की रथयात्रा प्रारंभ की गई। कहा जाता है रथारूढ़ चतुर्धा विग्रहों का दर्शन मात्र से पाप धूल जाते हैं ओर व्यक्ति पुण्य के भागी बनते हैं। इसी के तहत श्रद्धालु रथ को खींचने एवं प्रभु कृपा प्राप्त करने के लिए उमड़ पडे। इस पवित्र मौके पर खरसवां राजमहल परिसर मे आयोजित भजन संध्या मे ओडिसा से पधारे ख्याति प्राप्त कलाकारों के द्वारा एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी गई । कलाकारों द्वारा अनुपम प्रस्तुति दी गई एवं क्षेत्र जगन्नाथमय हो गया। भजन संध्या मे भारी संख्या मे क्षेत्र के रेजगन्नाथ प्रेमी उपस्थित हुए।देर शाम बड़े भाई बलभद्र महाप्रभु जगन्नाथ देवी सुभद्रा श्री गुंडीचा मंदिर पहुंचे सिंहासन मे विराज मान हुए तत्पश्चात पुजारी द्वारा विधिवत पूजा अर्चना कर विभिन्न नीति आधारित नवैद्य एवं अन्य भोग समर्पित किए गए।

खरसावां राजमहल प्रांगण में श्रीमुख दर्शन हेतु आतुर भक्तगण

रथ यात्रा के सफल आयोजन के लिए प्रखण्ड विकास पदाधिकारी सह अंचलाधीकारी,खरसवां गौतम कुमार स्वयं उपस्थित होकर पल पल का जायजा लेते हुए अधीनस्थ अधिकारियों कर्मचारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए देखे गए। रथ यात्रा के दौरान प्रभु कृपा प्राप्त करने हेतु स्थानीय सांसद सह केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की धर्म पत्नी मीरा मुंडा,खरसवां विधायक दशरथ गगराई ,भारतीय तीरंदाजी संघ के संयुक्त सचिव सुमंत मोहंती,सह जनप्रतिनिधि गणों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की एवं महाप्रभु के श्री चरणों मे मत्था टेका। पवित्र रथ यात्रा का समापन अगले नौ दिनों बाद बाहुडा यात्रा के साथ होगा।

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