चतरा : चतरा में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। गरीबों के बीच मुफ्त ईलाज के बाद वितरण को ले मंगाई गई हजारों रुपये की सरकारी जीवन रक्षक दवाइयों का खेप झाड़ियों में फेंका मिला है। जिले के नक्सल प्रभावित कुंदा थाना क्षेत्र अंतर्गत कस्तूरबा विद्यालय के समीप झाड़ियों में दवाईयां फेंकी मिली है। सरकारी एक्सपायरी दवाईयों के झाड़ियों में मिलने के बाद स्वास्थ्य व्यवस्था व उसको कार्यशैली पर कई गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। झाड़ियों में बड़े पैमाने पर दवाइयों के मिलने के बाद आम लोगों ने भी व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए कड़ी प्रतिक्रिया दी है। ग्रामीणों का आरोप है कि सरकारी डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही के कारण ही कुंदा जैसे पिछड़े ईलाकों में झोलाछाप डॉक्टर फल फूल रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि सरकारी अस्पतालों में बीमार गरीबों का न तो समुचित इलाज हो रहा है और ना ही उनके बीच मुफ्त दवाइयों का वितरण। जिसके कारण अस्पतालों को मिलने वाली दवाईयां एक्सपायर हो रही हैं। ऐसे में अपनी कमियां छिपाने के लिये डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी दवाओं को फेंक देते हैं। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य उपकेंद्र कुंदा व प्रखण्ड में संचालित अन्य सरकारी केंद्रों के कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए दवाइयां फेंकने का आरोप लगाया है। वहीं दूसरी ओर कुंदा स्वास्थ उपकेंद्र की सीएचओ सुनीता टोप्पो ने दवाइयां फेंके जाने के मामले में खुद और कर्मियों का बचाव किया है। कहा है कि कहां से और किसने दवाइयां फेंकी है यह जांच का विषय है।