आदिवासी समाज के जीविकोपार्जन में पशुपालन की अहम भूमिका : मंत्री सुमित कुमार

चकाई जमुई |संवाददाता |चुन्ना कुमार दुबे|  आज भी आदिवासी समाज के जीविकोपार्जन में पशुपालन की अहम भूमिका है  उक्त बातें बिहार सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह ने कृषि विज्ञान केंद्र जमुई द्वारा चकाई प्रखंड के बामदह हाई स्कुल के मैदान में  आयोजित कृषक वैज्ञानिक वार्तालाप के उद्घाटन के दौरान कही  उन्होंने आगे कहा कि जिस प्रकार हर क्षेत्र में विकास हो रहा है पशुपालन उससे अछूता नहीं है  आज पशुपालन के क्षेत्र में छोटे बड़े  हर प्रकार के पशुओं में शोध के माध्यम से विकास का काम अनवरत जारी है जमुई जैसे और सिंचित क्षेत्र के लिए तेजी से शारीरिक

विकास लेने वाले बकरियों की नस्ल जैसे सिरोही बरबरी बीटल आदि विकसित की गई है इन नस्लों के माध्यम से किसानों को कम समय में अधिक आमदनी प्राप्त होती है उन्होंने 20 किसानों को उन्नतशील नस्ल की बकरी एवं बकरे उपलब्ध कराये इस मौके पर श्री विज्ञान केंद्र के प्रमुख डॉ सुधीर कुमार सिंह ने कहा कि केन्द्र द्वारा  संचालित आदिवासी उन्नयन कार्यक्रम के तहत चकाई प्रखंड के 5 गांव चीरपत्थर बामदह बंदरभंगुवा लोहसिंघना एवं चाँदोसोल के  200 किसानों को इस कार्यक्रम के दौरान बहुउपयोगी कृषि सामग्री धामा उपलब्ध कराया गया  उन्होंने आगे बताया कि जमुई जिले के लिए बहु उपयोगी कृषि यंत्र लेजर लैंड लेवलर की जानकारी किसानों तक पहुंचाने के लिए केन्द्र  के वैज्ञानिकों के द्वारा तैयार की गई पाठ्य सामग्री मैनुअल का आज विमोचन माननीय मंत्री द्वारा किया गया इस कार्यक्रम में जिला पार्षद गोविन्द चौधरी राजीव रंजन पाण्डेय अमित तिवारी मुखिया सुनील मुर्मू पंकज साह मंटू  उपाध्याय  किसान सुजाता मरांडी सविता मरांडी मदन हेंब्रम छुटकी मरांडी नीलम किसकु एवं  शांति सोरेन के साथ  कृषि वैज्ञानिक डॉ प्रमोद कुमार सिंह डॉ रूबी कुमारी के अलावे बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे

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