जमुई बिहार ।संवाददाता ।चुन्ना कुमार दुबे । जमुई जिले के खैरा प्रखंड अंतर्गत बड़ाबांध गांव निवासी एवं मां सरस्वती के वरद पुत्र डॉ. नारायण सिंह का लंबी बीमारी के बाद 25 मई यानी बुधवार को निधन हो गया वे करीब 90 वर्ष के थे उन्होंने अंतिम सांस हरियाणा राज्य के गुड़गांव शहर स्थित आवास पर ली डॉ. सिंह अपने पीछे अपनी धर्मपत्नी तीन पुत्र एवं एक पुत्री समेत भरापूरा परिवार छोड़ गए हैं उनके निधन से परिजनों एवं शुभचिंतकों में भीषण शोक व्याप्त है सर्वविदित है कि डॉ. नारायण सिंह अत्यंत प्रतिभाशाली व्यक्ति थे प्रारंभिक शिक्षा बड़ाबांध में प्राप्त करने के बाद + 2 उच्च विद्यालय खैरा से मैट्रिक की डिग्री हासिल की उच्च शिक्षा के लिए बड़े शहरों का रुख किया और भागलपुर एवं पटना में पढ़ाई की उन्होंने पटना विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान विषय में एमए की डिग्री गोल्ड मेडलिस्ट के साथ प्राप्त की और इसी यूनिवर्सिटी से पीएचडी की उपाधि भी ली डॉ. सिंह टीएनबी कॉलेज भागलपुर मुरारका कॉलेज सुल्तानगंज के प्रधानाचार्य के पद को भी सुशोभित किया। वे तिलकामांझी भागलपुर यूनिवर्सिटी के स्नातकोत्तर मनोविज्ञान विभाग के हेड भी रहे। डॉ. सिंह अफ्रीकी देश जाम्बिया के लुसाका यूनिवर्सिटी में कुछ सालों तक विजिटिंग प्रोफेसर के रूप में भी कार्य किया उनके निधन से सभी सम्बंधित शिक्षा मंदिरों में उदासी छा गई है उधर बासुकी सिंह योगेश सुदर्शन सुभाष आनंदी सिंह हरी सिंह श्रीराम सिंह राजदेव सिंह राजू सिंह सदानंद सिंह अजय कुमार उर्फ टुनटुन सिंह शालिग्राम सिंह भोला सिंह विकास सिंह राजीव कुमार उर्फ पप्पु सिंह सच्चिदानंद सिंह श्यामकिशोर सिंह श्रीकृष्ण सिंह शिशुपाल उर्फ मंटू सिंह विनायक सिंह जदयू जिलाध्यक्ष ई. शंभू शरण जाने माने पत्रकार विनय कुमार उर्फ झुन सिंह जिला संवाददाता डॉ. निरंजन कुमार पंकज कुमार डॉ. अनिल कुमार शर्मा आदि ने डॉ. सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए जीवात्मा की शांति हेतु प्रार्थना की है