गम्हरिया।जे,सुधाकर। पंचायत चुनाव में तीन अभ्यर्थियों का नामांकन रद्द होने के बाद मैदान में कुल 98 मुखिया प्रत्याशी बच गए हैं। इसमें सबसे महत्वपूर्ण जगन्नाथपुर की मुखिया प्रत्याशी प्रभा देवी है। प्रभा देवी पर गलत जाति प्रमाणपत्र देने के आरोप पर निर्वाची पदाधिकारी मनोज कुमार ने नामांकन रद्द किया। इसके अलावा बड़ा कांकडा से सरोज कराई एवं डूडरा का शंखा बेसरा का नामांकन रद्द हुआ है। जगन्नाथपुर की प्रत्याशी प्रभा देवी झारखंड बनने के बाद पिछले दोनों चुनाव में जीत हासिल कर मुखिया बनी थी। इसबार भी उसी प्रमाण पत्र से नामांकन की थी। इस मामले को मुद्दा बनाते हुए झामुमो के वरिष्ठ नेता सह 20 सूत्री अध्यक्ष छायाकांत गोराई के नेतृत्व में मामले की जांच के लिए निर्वाची पदाधिकारी को बुधवार को पत्र सौंपा गया था। उन्होंने सरकार के कार्मिक विभाग के निर्देश का हवाला देकर प्रभा देवी की उम्मीदवारी रद्द करने की मांग की थी। दूसरी तरफ झारखंडी भाषा खतियानी संघर्ष समिति के सदस्य, मुखिया प्रत्याशी सिमरन सामद, मीरु मुर्मू एवं सूरजमनी बेसरा ने भी प्रभा देवी पर गलत जाति प्रमाण पत्र देकर पंचायत चुनाव में भाग लेने की शिकायत की थी। इस मुद्दे को लेकर प्रखंड मुख्यालय में स्क्रूटनी में दिन भर काफी गहमा गहमी रही। करीब एक घंटे तक गहन जांच-पड़ताल के बाद निर्वाची पदाधिकारी द्वारा मुखिया प्रत्याशी प्रभा देवी का नामांकन को रद्द कर दिया गया। नामांकन रद्द होने की खबर के बाद झामुमो में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। प्रखंड मुख्यालय परिसर में जीत की खुशी का इजहार करते हुए लड्डू का वितरण किया गया। इधर, समिति के प्रतिनिधि शिकायतकर्ता दीपक महतो ने कहा कि स्थानीयता की लड़ाई में पहली जीत हुई है। इस दौरान समिति के प्रतिनिधियों, जगन्नाथपुर के मुखिया प्रत्याशियों समेत आजसू जिला अध्यक्ष सचिन महतो, 20 सूत्री अध्यक्ष छायाकांत गोराई, अमृत महतो, दीपक महतो, राजेश महतो, बीटी दास, दीपक नायक, प्रभाकर महतो, अमित महतो, अरूण महतो आदि उपस्थित थे।
सही है मेरा जाति प्रमाणपत्र
मेरा जाति प्रमाणपत्र गलत नहीं है। मुझे चुनाव से रोकने के लिए सबसे बेहतर साजिश रची गयी। उसमें विरोधी सफल हो गए। पिछले दो चुनाव में मेरी जीत और इस चुनाव में भी मेरी मजबूत स्थिति को देखते हुए मुझे रोका गया है। मैं न्याय के लिए लड़ूंगी। प्रभा देवी, प्रत्याशी, जगन्नाथपुर