आनंद मार्ग महिला कल्याण विभाग की ओर से जिला सरायकेला खरसावां के सीनी स्थित रेलवे कॉलोनी में महिला एवं बाल कल्याण जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का आयोजन रेलवे कर्मचारियों के सामूहिक प्रयास से किया गया।
शिविर शाम 7:00 बजे से प्रारंभ हुआ। इस शिविर में महिलाएं एवं बच्चों ने बढ़- चढ़ कर भाग लिया।
इस मौके पर आनंद मार्ग के महिला कल्याण विभाग के तात्विक आशु ने कहा कि एक औरत जो जननी के रूप में अपने बच्चों को जन्म ही नहीं देती बल्कि पाल पोष कर बड़ा भी करती है। उन्हें अच्छे संस्कार देकर एक सफल नागरिक बनाने में सहायता करती है।
उन्होंने कहा कि मां बच्चों की प्रथम अध्यापिका है ।वह एक कुशल गृहणी के रूप में अपनी गृहस्थी को दक्षता पूर्ण तरीके से संभालती है।
उन्होंने कहा कि घर की शोभा एक गृहणी के कारण होती है ।जहां एक तरफ वह परिवार के अमन-चैन और सुख -शांति के लिए हर पल सचेत रहती है। वही जब परिवार में विपत्ति आए तो वह रक्षा कवच का कार्य करती है।
इस प्रकार पारिवारिक संस्था को एकजुट तथा मजबूत रखने में नारी का बहुत बड़ा योगदान है। सांसारिक जीवन में नारी का औचित्य तथा उसकी मर्यादा नारी की सुरक्षा पर टिकी हुई है। यदि नारी घर में परिवार या समाज में अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं
करती तो परिवार के लिए योगदान मूल्यहिन हो जाता है।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अपनी सुरक्षा के लिए पुरुषों पर निर्भरता नहीं बल्कि अपने आप को मजबूत करना है। आध्यात्मिक शिक्षा देकर हमें अपने विचार को बदलना होगा ताकि साधना के पथ का अनुशीलन कर जीवन को सार्थक बना सकें। लड़कियों को जूडो कराटे जैसे शिक्षा देकर हमें सफल बनाना होगा । इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पंपा विश्वास ,अपर्णा मंडल, सुनीता महतो, संगीता सिंह, जय श्री मंडल, पार्वती आचार्य ,विभा सिंह देव ए लता इत्यादि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।