24 वर्षीय महिला ने दिया तीन बेटियों को जन्म

जमुई बिहार| संवाददाता |चुन्ना कुमार दुबे | जमुई में महिला ने दिया 3 बच्चियों को जन्म तीन का वजन एक स्वस्थ बच्चे के बराबर भी नहीं जमुई में एक 24 वर्षीय महिला ने तीन बेटियों को जन्म दिया जिनका वेट नवजात के नॉर्मल वेट से काफी कम था वेट कम होने के कारण उनमें से दो बच्ची की मौत हो गई एक बच्ची सही सलामत है तीन बच्चे के जन्म की खबर सुनकर अस्पताल में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी बिहार के जमुई में शुक्रवार की शाम स्थानीय रेफरल अस्पताल में एक 24 वर्षीय महिला ने तीन बेटियों को जन्म दिया लेकिन तीनों नवजात शिशु सुनकर आप हैरान हों जाएंगे अस्पताल के चिकित्सक डॉ शेखर ने तीनों नवजात में एक का वजन 610 ग्राम दूसरे का 720 ग्राम और तीसरे का 870 ग्राम बताया है यनि कुल मिलाकर तीनों बच्चे का वजन 2 केजी 260 ग्राम पाया गया जबकि एक नवजात बच्चे का वेट कम से कम 2.7 केजी होना चाहिए तीनों बच्चियां नार्मल वेट से काफी कम थीं जिन्हें सही देख रेख के लिए जमुई सदर अस्पताल भेज दिया गया जहां इलाज के दौरान दो बच्चियों की मौत हो गई एक बच्ची को लेकर परिजन घर लौट गए अस्पताल में उमड़ी भीड़ बताया जाता है कि तीन बच्चे की जन्म की खबर सुनकर अस्पताल में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी शुक्रवार की शाम करीब छह बजे प्रसव पीड़ा होने के बाद गर्भवती महिला रुखसाना को लेकर परिवार के लोग अस्पताल पहुंचें जहां चिकित्सक डॉ सादिया अनवर और डॉ शेखर ने महिला की स्थिति को देख प्रसव के लिए अस्पताल में भर्ती कर लिया ए ग्रेड नर्स शिल्पी कुमारी ने महिला की नार्मल डिलीवरी कराई महिला ने एक के बाद एक तीन लड़की को जन्म दिया अस्पताल में तीन नवजात के जन्म की यह पहली घटना उधर तीन लड़की के जन्म की चर्चा पूरे अस्पताल में होने लगी चिकित्सक डॉ शेखर ने बताया कि एक नवजात का वजन 610 ग्राम एक का 720 ग्राम एवं एक का 870 ग्राम पाया गया है जो काफी कम है तीनो नवजात की स्तिथि ठीक थी फिर भी उनके जीवन को बचाने के लिए तीनो नवजात को जमुई रेफर कर दिया गया है अस्पताल में तीन नवजात के जन्म की यह पहली घटना है जिसकी चर्चा झाझा में जोरो पर है. 3 बच्ची को जन्म देने वाली महिला शक्तिघाट गांव के रहने वाले मोहम्मद अशफाक आंसारी की पत्नी रुकसाना खातून हैं.क्या होना चाहिए नवजात का सही वजन आपको बता दें कि नौ महीने पूरे होने पे जन्म लेने वाले नवजात शिशु का आदर्श वजन 2.7 केजी से लेकर 4.1 केजी तक होना चाहिए. बच्चों का औसतन वजन 3.5 केजी होता है. यह इस बात पे निर्भर करता है की शिशु की मां-बाप की लम्बाई और कद-काठी क्या है जिन बच्चों का वजन 2.5 केजी से कम होता है, उसको कहा जाता है. जिन बच्चो का वजन 1 .5 kg से कम है उसको कहा जाता है और जिन बच्चो का वजन 1 kg से कम है उसको कहा जाता है यानि की जिन बच्चों का वजन कम रहता है उनको प्रॉब्लम उतने ही ज्यादा रहता है हालांकि बिहार सरकार द्वारा आगनबाड़ी महिलाओं के जरिए भी गर्भवती महिलाओं के लिए समय-समय पर कई जानाकरियां दी जाती हैं. ताकि कोई भी बच्चा स्वस्थ पैदा हो बिहार आंगनबाड़ी लाभार्थी योजना का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं तक आहार व पोषण पहुंचाना व उनकी आर्थिक सहायता करना है अब सरकार द्वारा लाभार्थियों को हर महीने मिलने वाले सूखे राशन और पके हुए भोजन के पैसे उनके बैंक अकाउंट में ही दिए जाएंगे. हालांकि आज भी गांव की कई महिलाएं इन योजनाओं की सही जानकारी नहीं होने के कारण इसका लाभ नहीं ले पाती.बिहार आंगनबाड़ी लाभार्थी योजना 2022 कोरोना काल के बाद बिहार सरकार ने आंगनबाड़ी लाभार्थी योजना 2022 की शुरुआत की है इस योजना का लाभ गर्भवती महिलाएं ले सकती हैं कोरोना संक्रमण के कारण स्कूल और आंगबाड़ी केंद्र ठीक से नहीं खुल पा रहे थे. इसे देखते हुए बिहार सरकार की ओर से इस योजना के तहत महिलाओं के खाते में पोष्टिक आहार के बदले 1500 रुपये प्रति माह भेजने का निर्णय लिया है ये राशि सभी लाभार्थियों को बैंक खतों के माध्यम से प्राप्त होगी ताकि वो सभी अपने खान पान और पोषण का ध्यान रखें और स्वस्थ रह सकें जिन्होंने आंगनबाड़ी रजिस्टर में अपना नाम दर्ज करवाया हो बिहार आंगनबाड़ी लाभार्थी योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन जारी है अब योजना का लाभ लेने के लिए आप घर में बैठ कर अप्लाई कर सकते हैं इसके लिए लाभार्थी को बिहार राज्य का निवासी होना आवश्यक है जिसके लिए सरकार द्वारा ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया जारी कर दी गयी है राज्य सरकार बिहार आंगनबाड़ी लाभ योजना 2022 के लिए ऑनलाइन आवेदन पंजीकरण फॉर्म icdsonline.bih.nic.in पर लॉगइन किया जा सकता है बता दें कि महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान अपनी सेहत का खास ख्याल रखना पड़ता है डॉक्टर इस बात पर जोर देते हैं कि गर्भावस्था के दौरान बच्चे और मां दोनों की सेहत पर काफी ध्यान देने की जरूरत है इस समय खान पान से लेकर सही वजन पर भी ध्यान देना चाहिए डाइट एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस समय महिलाओं को अपनी डाइट में कार्बोहाइड्रेट प्रोटीन और गुड फैट जैसे सभी न्यूट्रिशन शामिल करने चाहिए समय-समय डॉकटरों की सलाह रूटीन चेकअप इंजेक्शन और टेस्ट कराने भी जरूरी हैं

Categories:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *