जोड़ापोखर / प्रतिनिधि / असलम अंसारी / टाटा डीएवी स्कूल , जामाडोबा मे संस्था के पूर्व निदेशक सह आजीवन संस्था के लिए समर्पित कर्मयोगी संत महात्मा नारायण दास ग्रोवर की पुण्यतिथि विद्यालय प्रबंधन द्वारा पूरे श्रद्धा एवं सम्मान के साथ संकल्प दिवस के रूप में मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच हवन पूजन करते हुए की गई। हवन के पश्चात प्राचार्य ने शिक्षकों के साथ उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित की। प्राचार्य पीके मिश्रा ने अपने संबोधन मे शिक्षकों को महात्मा नारायणदास ग्रोवर के कर्मयोगी व्यक्तित्व और उनके दर्शाए गए मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हुए कहा कि महात्मा नारायणदास ग्रोवर 15 नवंबर 1923 से 6 फरवरी 2008 तक संस्था के लिए निरंतर सेवारत रहे ।उनके योगदान और जीवन का एक संक्षिप्त इतिहास साझा करते हुए कहा कि महात्मा ग्रोवर भारत के महान शिक्षाविद तथा आर्य समाज के कर्मठ कार्यकर्ता थे । उन्होंने दयानंद एंग्लो वैदिक कॉलेज आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाई थी।
महात्मा ग्रोवर ने पूर्वोत्तर क्षेत्र सहित बिहार , बंगाल, उड़ीसा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश एवं झारखंड के सुदूरवर्ती पिछड़े और आदिवासी बहुल इलाकों में 200 से अधिक विद्यालयों की स्थापना की जो आज भी सफलतापूर्वक संचालित हो रहे हैं। महात्मा ग्रोवर साहब को अवतार के रूप में जाना जाता है। वह मानवता के सच्चे पुजारी थे । अब उनकी स्मृति मात्र रह गई है वे सदा पूजनीय थे और रहेंगे।
महात्मा जी के आत्मा की शांति तथा करोना वायरस से मुक्ति के पवित्र उद्देश्य से हवन किया गया क्योंकि दिनांक 07/02 /2022 से विद्यालय का संचालन आफलाइन माध्यम से किया जा रहा है।
स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन पर विद्यालय प्रबंधन के द्वारा उन्हें भी श्रद्धापूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।
हवन उपरांत संगीत शिक्षिका श्रुति कुमारी एवं शिक्षक संतोष कुमार ने मधुर भजन गाकर माहौल को भक्तिमय कर दिया। कार्यक्रम का संचालन धर्म शिक्षक धर्मराज दुबे के द्वारा किया गया।