कतरास। श्री बूढा बाबा शिव मंदिर सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष एल पी महतो ने प्रेस को जारी बयान में कहा कि बाघमारा विधायक के द्वारा विधान सभा में चिटाही धाम को पर्यटक स्थल के रुप में विकसित करने का मुद्दा उठाया जो स्वागत योग्य हैं किन्तु इसी विधान सभा में एएसआई प्रमाणित नौवीं सदी की धरोहर बूढा बाबा शिव मंदिर जिसमें झारखंड के पर्यटन निदेशक ने उपायुक्त धनबाद से पर्यटकीय संभावना पर मंतव्य मांगा गया है, विगत छह महीना से लंबित हैं इसपर एक भी शब्द नहीं उठाया गया जबकि ट्रस्ट की ओर से विधायक जी को अनेको बार संज्ञान में दिया गया। लगता है विधायक को अपना गांव छोड़कर विधान सभा के अन्य क्षेत्रों से कोई सरोकार नहीं है। समय आने पर जनता इसका जवाब देगा।
बाघमारा के इतिहास पर श्वेत पत्र जारी होना चाहिए जिससे कि बाहरी पर्यटको को यहां के गौरवमयी इतिहास की जानकारी मिल सके।
शिव रात्रि के उपरांत इस पर रणनीति बनाकर सेमिनार और आंदोलन की जायेगी। बुद्धिजीवियों एव सामाजिक संगठनों से आगे आने की अपील की।
विदेशी आक्रातांओ की भी हमले इस धरोहर पर हुई हैं जिससे इनके शिरोमणि कलश पत्थर को गुम बताया गया है ,एएसआई रिपोर्ट के अनुसार ये कलिंगा उड़ीसा के “रेखा दिउला”संस्कृति के समान्तर है।