जमुई में किसान सम्मान समारोह का आयोजन किसान भारत की रीढ़ हैं : अवनीश

जमुई बिहार / (चुन्ना कुमार दुबे) किसान दिवस के रूप में अपनी अलग पहचान बना चुका है राष्ट्रीय किसान दिवस। यह एक राष्ट्रीय अवसर है जो हर साल 23 दिसंबर को मनाया जाता है। भारत के पूर्व प्रधान मंत्री एवं मिट्टी के पुत्र स्मृतिशेष चौधरी चरण सिंह के सम्मान में राष्ट्रीय किसान दिवस पूरे राष्ट्र में बड़े उत्साह और रुचि के साथ प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है। इस दिन को यादगार बनाने के लिए स्थानीय जिला परिषद भवन के प्रशाल में आत्मा ने जिला प्रशासन के सहयोग से किसान सम्मान समारोह का आयोजन किया।
जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह ने निर्धारित कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि किसान भारत की रीढ़ हैं। इनके बिना यहां की आबादी विकास की कल्पना नहीं कर सकती है। भारत मुख्य रूप से गांवों की भूमि है। यहां निवासित अधिकांश आबादी किसानों की है। कृषि ही उनके आय का प्रमुख स्रोत है। 60 के दशक में विकसित हरित क्रांति ने देश की तस्वीर बदल दी। इससे उत्पादकता में भारी वृद्धि हुई और भारत विभिन्न कृषि वस्तुओं में आत्मनिर्भर हो गया।
उन्होंने आगे कहा कि कृषि भूमि का देश भारत 23 दिसंबर को हर साल राष्ट्रीय किसान दिवस मनाता है ताकि हमारे देश के किसानों के द्वारा किए गए महान कार्यों को सम्मान दिया जा सके। श्री सिंह ने जमुई में कृषकों के द्वारा जैविक और जैव विविध खेती को बढ़ावा दिए जाने पर हर्ष प्रकट करते हुए कहा कि इससे जहां खेतों की उर्वरा शक्ति कायम रहेगी वहीं पैदावार भी रासायनिक गुणों को ग्रहण करने से बचेगा। उन्होंने किसान सम्मान समारोह के आयोजन के लिए आयोजकों की तारीफ की।
शिक्षा के क्षेत्र में राज्य का सबसे बड़ा सम्मान मौलाना अबुल कलाम आजाद पुरस्कार से पुरस्कृत शहर के नामदार शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. एस. एन. झा ने इस अवसर पर कहा कि किसान का सम्मान देश का सम्मान है। उन्होंने किसानों को देश का ” अन्नदाता ” की संज्ञा देते हुए कहा कि इनकी उपलब्धियों को शब्दों से बंधना संभव नहीं है। डॉ. झा ने जिले के साथ देश के किसानों के स्वस्थ , सार्थक और सफल जीवन की कामना की।
आत्मा के परियोजना प्रबंधक ने उपस्थित जनों को जैविक खेती , मृदा एंव जल संरक्षण , कार्बन , स्मार्ट मौसम , स्मार्ट ब्रीडर , उन्नत बीज और स्मार्ट बाजार के विषय में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि किसानों की तरक्की के लिए विभाग सजग और सचेत है। कार्यक्रम में कई अधिकारी और किसान मौजूद थे।
सम्मान समारोह के दूसरे सत्र में जिलाधिकारी श्री सिंह ने नामित किसान , जीविका की दीदी एवं शिक्षक को बेहतर कार्य और उपलब्धि के लिए अंग वस्त्र और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय किसान दिवस भारत के पांचवें प्रधान मंत्री चौधरी चरण सिंह के सम्मान में मनाया जाता है। 28 जुलाई 1979 से 14 जनवरी 1980 तक उन्होंने बहुत ही छोटे कार्यकाल के लिए प्रधान मंत्री के रूप में देश की सेवा की। वे बहुत ही सरल और साधारण दिमाग वाले व्यक्ति थे। उन्होंने अत्यंत सरल जीवन व्यतीत किया। प्रधान मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने भारतीय किसानों के जीवन में सुधार के लिए कई नीतियां बनाई और उसे लागू किया। वे देश में किसान नेता के रूप में स्मरण किए जाते हैं।

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