सहारा चिटफंड में था मृतक की जमा पूंजी,नहीं मिल रहे थे पैसे,परिजनों का आरोप सहारा बैंक की वजह से गयी जान

धनबाद/ कतरास/ असलम अंसारी /अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे भटमुड़ना के रहने वाले बलदेव दसौंधी का अंततः निधन हो गया.परिजन मौत के लिये आरोप सहारा चिटफंड पर लगा रहे है.मृतक बलदेव बीसीसीएल से रिटायर कर्मी थे.उन्होंने अपने जीवन की सारी जमा पूंजी सहारा बैंक में जमा किया था.लोकडाउन में स्थिति खराब हो जाने के कारण लगातार दो वर्षों से अपने पैसे के लिए वे बैंक का चक्कर लगा रहे थे.लेकिन उनको पैसा नही मिला.बहुत अधिक चिंता हो जाने के कारण उनको एहसास होने लगा कि मेरा पैसा अब डूब गया और 5 दिन पहले बीपी बढ़ जाने के कारण उनका ब्रेन हेमरेज हो गया और आज अहले धनबाद के सेंट्रल हॉस्पिटल में उन्होंने अंतिम सांस ली. अंतिम वक़्त में पैसे के अभाव के कारण उनका सही इलाज भी न हो सका.मृतक के भतीजा सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप दसौंधी ने आरोप लगाया कि मेरे चाचा की मौत के जिम्मेदार सहारा बैंक ही है.बैंक ने मेडिकल रिपोर्ट ओर आवेदन मांगा था.दिया भी.लेकिन फिर भी पैसे नहीं मिले.आज 12 बजे लिलोरी स्थान मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.

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