बिहार जमुई / (चुन्ना कुमार दुबे) केंद्र सरकार के द्वारा बैंकों के निजीकरण को लेकर किए जा रहे तैयारियों के विरोध में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन (यूएफबीयू) के आह्वान पर बैंककर्मियों का गुरुवार से दो दिवसीय हड़ताल शुरू हुआ। यह हड़ताल 17 दिसंबर तक जारी रहेगा। 16 दिसंबर को हड़ताल के पहले दिन जिले भर में बैंकिंग सेवाएं बुरी तरह प्रभावित रही। बैंकों की हड़ताल से लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि सरकार के निजीकरण को लेकर चल रही तैयारियों का विरोध करने के लिए यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन (यूएफबीयू) ने हड़ताल करने का एलान किया है। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के तहत बैंकों की 09 यूनियन आती हैं। नतीजतन हड़ताल के कारण शाखाओं में जमा और निकासी , चेक निकासी और ऋण मंजूरी जैसी सेवाएं ठप रहीं। हालांकि इस बीच एटीएम से सामान्य रूप से लेन – देन जारी रहा।
उधर एनसीबीइ सेंट्रल कमिटी के सदस्य राकेश कुमार के नेतृत्व में बैंककर्मी सदानंद जी , जयराम जी , रौशन कुमार , वीरेंद्र कुमार , चंद्रकांत जी , विवेक कुमार , अमर सिंह , शिशिर कुमार , नरेंद्र कुमार , ललन कुमार आदि ने जमुई शहर के मुख्य मार्गों पर प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार के निजीकरण की नीति की तीब्र भर्त्सना करते हुए इसे तुरंत स्थगित किए जाने की मांग की।
सदस्य राकेश कुमार ने कहा कि अगर सरकार बाज नहीं आएगी तब बैंककर्मी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाएंगे। हड़ताल 17 दिसंबर तक जारी रहेगा।