घटिया सीमेंट एवं वाईब्रेटर का उपयोग नहीं करने की शिकायत की हुई पुष्टि
फोटो-3 जांच करते आरईओ के अभियंता एवं अन्य
गम्हरिया। दो करोड़ की लागत से बन रही छोटा गम्हरिया-दुग्धा-कोलाबीरा सड़क निर्माण की जांच करने पहुंचे आरइओ के अभियंताओं की टीम ने संवेदक की जमकर क्लास ली। घटिया सीमेंट लगाने एवं वाईब्रेटर का इस्तेमाल किये बगैर सड़क की ढलाई करने, निर्माण में बरती जा रही अनियमितताओं की शिकायत सामने आयी है।
युवा एकता मंच की शिकायत पर हुई जांच
इससे पूर्व युवा एकता मंच के अध्यक्ष सूरज महतो ने आरआईओ के कार्यपालक अभियंता से की थी। महतो ने उपायुक्त समेत जिला योजना पदाधिकारी को इस महत्वपूर्ण सड़क के निर्माण में हो रहे विलंब पर भी ध्यान आकृष्ट कराते हुए संवेदक पर कार्रवाई की मांग की थी। इधर, सड़क निर्माण कार्य शुरू होते ही गुणवत्ता का अनुपालन नहीं करने की शिकायत सामने आने लगी। इस मामले पर युवा एकता मंच ने पुनः कार्यपालक अभियंता का ध्यान आकृष्ट कराते हुए घटिया सीमेंट लगाने एवं सड़क निर्माण में गुणवत्ता की अवहेलना का आरोप लगाया।
निर्माण में घटिया सीमेंट का उपयोग
मंगलवार को कार्यपालक अभियंता के आदेश पर सहायक अभियंता के नेतृत्व में सड़क निर्माण कार्य की जांच की गयी। जांच में संवेदक द्वारा निर्माण कार्य में घटिया क्वालिटी का सीमेंट का उपयोग की बात सामने आयी। इसके साथ ही सड़क ढलाई का थिकनेस एवं पीसीसी में बगैर वाइब्रेटर का ढलाई करने की बातें सामने आयी। जांच में शामिल अभियंताओं ने बताया कि गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता है। अगर संवेदक की ओर से गुणवत्तापूर्ण निर्माण नहीं किया जाएगा तो निर्माण कार्य को रोक दिया जाएगा। उन्होंने निर्माण नें उपयोग हो रही सीमेंट को बदलकर गुणवत्तापूर्ण सीमेंट लगाने एवं वाईब्रेटर से ढलाई करने का कड़ा निर्देश दिया।
दो वर्षों से बंद था निर्माण कार्य
युवा एकता मंच के अध्यक्ष सूरज महतो ने बताया कि छोटा गम्हरिया के ग्रामीणों ने करीब 1 माह पूर्व कार्यपालक अभियंता को सड़क निर्माण नहीं होने की जानकारी दी थी। संवेदक द्वारा पिछले 2 वर्षों से सड़क का निर्माण कार्य बंद रखा गया था। ज्ञापन में जल्द से जल्द निर्माण कार्य आरंभ कराने की मांग की गयी थी। उसके बाद इस सड़क का दोबारा कार्य प्रारंभ हुआ।