सरायकेला / खरसावां नगर एवं आस पास के क्षेत्रों में लोक आस्था का महापर्व छठ की शुरुवात सोमबार को नहाय खाय के साथ प्रारंभ हुआ ।लोक आस्था का यह महापर्व अगले चार दिनों तक चलेगा।छठी मैया के प्रति असीम श्रद्धा एवं आस्था रखने वाले माता के अनन्य सेवक खरसावां प्रखंड के उपप्रमुख अमित केशरी ने बताया कि चार दिन तक चलने वाले इस त्योहार में कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि 8 नवंबर सोमबार को नहाय-खाय के साथ इस महापर्व की शरुवात हुई . इस दिन छठ व्रती किसी नदी, तलाब या सरोवर के पास जाकर स्नान करती हैं
और इसके बाद दिन भर में केवल एक बार ही सात्विक भोजन ग्रहण करती हैं. 9 नवंबर दूसरे दिन यानी पंचमी को खरना कहा जाता है. इस दिन छठ व्रती दिनभर निर्जला उपवास रखती है और शाम में को अरवा चावल की बनी खीर और रोटी छठी मईया को अर्पण करके बाद में उनका प्रसाद ग्रहण करती है. इसके साथ ही व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो जाता है. 10 नवंबर को डूबते सूर्य को अर्घ्य,एवं 11 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ इस महापर्व का समापन होगा।उपप्रमुख अमित केशरी ने मौके पर विभिन्न छठ घाटों के साफ सफाई का जायजा लिया साथ ही पूरे प्रखंड वासियों छठ महापर्व की असीम शुभकामनाएं देते हुए कोविड मानकों का ध्यान रखते हुए इस महापर्व को मनाने की अपील की।