नईं दिल्ली / राजधानी दिल्ली में पेय जल का एकमात्र विकल्प यहाँ प्रवाहित होने वाली यमुना नदी है जिसका अस्तित्व केंद्र सरकार, दिल्ली सरकार ओर निगम की लापरवाही से ख़तरे में है यमुना मे नालों व फैक्ट्रीओ से निकलने वाला कुङा कचरा यमुना जल को प्रदूषित कर रहा है दिल्ली के सभी बङे नालों का गंदा पानी यमुना मे ही आकर गिरता है इस संदर्भ में प्रशासन कोई भी उचित कार्यवाही नहीं कर रहा तथा किनारे पर बने घाट भी बुरी तरह से बेकार हो चूके हैं जहाँ पूजा पाठ करना भी मुश्किल हो गया है काफी समय से यमुना की साफ सफाई करने के लिए आवाज़ उठती रही है जहाँ कोरोना वायरस की वजहों से देश बेहाल है
वही लम्बे समय से प्रशासन आँखे बंद किए बेठा है हर साल करोङो रूपये यमुना के लिए बजट में पास होते हैं लेकिन उसका कोई भी उचित समाधान नहीं निकला क्या केन्द्र सरकार व दिल्ली सरकार यमुना जल को प्रदूषण मुक्त करने का जल्द से जल्द कोई हल निकालेगी वरना आने वाले समय में दिल्ली में जल का संकट गहराता जाएगा गर्मी के दिनों में साफ जल की आपूर्ति हो पाऐगी यह एक चुनौती से भरा गंभीर विषय है जिसके लिए सरकार ओर जनता को जागरूक होना होगा