सरायकेला / खरसावां प्रखंड अंतर्गत संतारी गांव के चौहान वंशज के द्वारा मंगलवार को शस्त्र पूजन कर दुर्गोत्सव का आगाज किया गया। शस्त्र पूजन के दौरान धूप, दीप के सुगंध ,ढोल नगाड़े, ढाक, घंटा व शंख के ध्वनि से क्षेत्र भक्तिमय वातावरण में परिवर्तित हुआ।मौके पर गजेंद्र कुमार चौहान ने बताया कि चौहान वंशज द्वारा विगत दो सौ वर्षों से शस्त्र पूजन के साथ नवपत्रिका पूजन विधि द्वारा मां भगवती की त्रिदिनात्मक पूजा अर्चना समूर्ण श्रद्धा और भक्ति के साथ कि जा रही है।त्रिदिनात्मक पूजा विधि के दौरान माता भगवती की महासप्तमी,महाअष्टमी,महानवमी पूजा की जाती है तत्पश्चात विजयदशमी मनाई जाती है।श्री चौहान ने आगे बताया कि क्षत्रीय संस्कृति के अनुरूप शस्त्र पूजन धर्म है जो कि मानवता की रक्षा इंसानियत और दीन-हीन की सुरक्षा के लिए होता है। इस परंपरा का निर्वहन अनादि काल से होता आया है। मौके पर चांद चौहान, कंचन चौहान, राजेंद्र चौहान, सौम्यम राज चौहान समेत चौहान परिवार के सभी सदस्य मौजूद रहे।