बाघमारा: बीसीसीएल बरोरा क्षेत्र के एएमपी कोलियरी में डेको आउटसोर्सिंग कंपनी के मजदूरों ने गुरुवार को कंपनी के पुनः संचालन की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। मजदूरों का कहना है कि एक जनवरी से “नो वर्क, नो पे” नोटिस जारी होने के कारण करीब 200 मजदूर बेरोजगार हो गए हैं। इससे उनकी आर्थिक स्थिति गंभीर रूप से प्रभावित हुई है।
मजदूरों का आक्रोश और चेतावनी
आंदोलनकारी मजदूरों ने स्पष्ट किया कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं, तो 23 जनवरी से बरोरा क्षेत्र का काम अनिश्चितकालीन बंद कर दिया जाएगा। इस विरोध प्रदर्शन में सुरेंद्र यादव, प्रकाश यादव, विनोद ठाकुर, राजेश दास, सीताराम साव समेत अन्य मजदूरों ने भाग लिया।
काम बंद होने का कारण और प्रबंधन का पक्ष
कंपनी प्रबंधक अजय कुमार दुबे ने बताया कि काम बंद होने का मुख्य कारण जमीन की समस्या है। उन्होंने कहा कि समस्या हल होने तक मजदूरों को रोटेशन के आधार पर 15 दिन का काम देने की योजना बनाई गई है।
मजदूरों की मांगें
डेको आउटसोर्सिंग कंपनी का काम जल्द शुरू किया जाए।
मजदूरों का लंबित वेतन तुरंत जारी किया जाए।
भविष्य में ऐसी स्थिति न उत्पन्न हो, इसके लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
मजदूर संगठनों का समर्थन
इस विरोध प्रदर्शन को अन्य मजदूर संगठनों का भी समर्थन मिला है। संगठनों ने कहा कि यह केवल डेको के मजदूरों की समस्या नहीं है, बल्कि आउटसोर्सिंग क्षेत्र में काम करने वाले सभी मजदूरों की स्थिति का प्रतीक है।
स्थानीय प्रशासन से अपील
मजदूरों ने स्थानीय प्रशासन से हस्तक्षेप कर समस्या का समाधान कराने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर समस्या का हल नहीं निकाला गया तो बरोरा क्षेत्र का काम पूरी तरह ठप हो जाएगा, जिससे बीसीसीएल को भी बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।
आंदोलन की अगली रणनीति
विरोध प्रदर्शन के अंत में मजदूरों ने कहा कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं, तो 23 जनवरी से व्यापक हड़ताल की जाएगी। इसके लिए अन्य मजदूर संगठनों से भी समर्थन मांगा जाएगा।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए यह उम्मीद की जा रही है कि बीसीसीएल प्रबंधन और प्रशासन जल्द इस मुद्दे पर समाधान निकालेंगे।