धनबाद / झरिया / दलित शोषण मुक्ति मंच झारखंड राज्य कमेटी के कन्वेनर शिवबालक पासवान ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा की भाजपा का जन आशीर्वाद यात्रा नहीं बल्कि विनाश यात्रा था क्योंकि केंद्र सरकार गरीब पिछड़ों दलित महिला युवा छात्र या किसान के लिए अभिशाप साबित हो रहा है क्योंकि मंत्री जी को बताना चाहिए कि आईपीएस यूपीएस की परीक्षा में कितना पिछड़ों दलितों का चयन विगत वर्षों में किया गया जबकि जानकारी है एक भी पिछड़ों का चयन मनुवादी मानसिकता के कारण नहीं किया गया तथा उन्हें जानकारी रखना चाहिए कि मोदी सरकार के मंत्रालय के कार्यालय में एक भी पिछड़ा दलित नहीं है।
वर्ष 2014 में लुभावने वादा किए थे 2 करोड़ प्रत्येक वर्ष युवाओं को नौकरी देने और आज महंगाई चरम सीमा पर हैं और महिला देश में असुरक्षित हैं। हवाई अड्डा ,सर्वजनिक संस्थान, रेल ,स्टेशन तथा अन्य संस्थाओं को बेचा जा रहा है।जिसमें पीछडों ,दलितों को रोजगार का अवसर मिलता था ।अब सब रोजगार समाप्त और लगभग 20 करोड़ लोगों ने अपनी रोजगार से वंचित हो गए तथा अदानी अंबानी की तिजोरी में रोटियों को बंद करने की साजिश की जा रही है जिसके खिलाफ देश के किसान आंदोलित हैं और आर्थिक आजादी की लड़ाई लड़ रहे हैं।
मोदी सरकार की गलतियों के कारण कोरोना काल में देशभर में 5000000 से अधिक मौतें हुई हैं और लाखों परिवारों ने अपनों को खोया एवं तड़प तड़प कर वैगर आँक्सीजन के लिए मरते देश की जनता ने देखा है और आज पुनः देश के जनमानस को दिग्भ्रमित करने की यात्रा, जो सरकार अपनी खुद उपलब्धि बता कर अपनी पीठ खुद ठोकती है। इसका मतलब है मोदी सरकार एक असफल सरकार है। मेरा समझ है भारतीय जनता पार्टी यानी जिसका पेट भरा, जनता की नहीं पार्टी है। विगत दिनों संसद के सत्र के दौरान बैगर बहस का कानून पास करना तथा संसद में बोलने पर पाबंदी तथा संसदों को बाहरी गुंडा के द्वारा पिटवाना ।यह साबित करता है की मोदी सरकार अवैधानिक आलो तांत्रिक तौर तरीके से सरकार चला रही है और मनुवादी संस्कृति के द्वारा समाज में जहर खोला जा रहा है लेकिन जनविरोधी मोदी सरकार की केंद्रीय मंत्री महोदय जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रही है जिसमें जनता की भागीदारी नहीं रहा। देश की आवाम को अपने दृष्टिकोण से समझने की जरूरत है।देश आज आपातकाल के दौर से गुजर रहा है।