झरिया/ झरिया कोलफील्ड बचाओ समीती का बैठक साथी मुरारी शर्मा की अध्यक्षता मे देशबंधु के साभगार मे सपन्न किया गया।
सबसे पहले 9 अगस्त के महत्वपूर्ण, भारत छोड़ो, ब्रिटिश सरकार भारत छोड़ो के आजादी के आंदोलन को याद किया गया क्योंकि झरियावासीयों के पुरवज की भूमिका रहा है।
झरिया कोलफील्ड बचाओ समीती के कार्यकारिणी अध्यक्ष शिवबालक पासवान ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि झारिया शहर सहित पुरे कोयला अंचल में आये दिन बारसात में भु-धसान तथा दरार घटना हो रही है और कई क्षेत्रों पर विस्थापन की तलवार की धार पर है की शहर से अलग हो जाएगा, आबादी को विस्थापित होने तथा कोरोना के महामारी, लाँकडाउन से व्यापार पर जबरदस्त चोट हुआ है।
बी.सी.सी एल ने कुजामा से पुनः आउटसोर्सिंग करने के साथ कुजामा का अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा। हटाने के खिलाफ क्षेत्र में लोग आंदोलित है। विस्थापित होने के कगार पर हैं।
अध्यक्ष मुरारी शर्मा ने कहा की माननीय उपायुक्त ने झरिया अंचल कार्यालय दौरा के दौरान कहा कि रैयत लोगों का रशीद काटा जाएगा इससे पहले ही प्रशासन की ओर से बार-बार कहा गया है लेकिन मात्र आश्वासन मिल रहा है।और झरियावासीयों को 24 घंटे विजली समुचित व्यवस्था करना, सरकार की मुख्य जिम्मेदारी हैं लेकिन एक गंभीर समय बन गया।आज कई दिनो से विजली व्यवस्था चारमरा गया इसलिए झरिया कोलफील्ड बचाओ समीति विजली-पानी और रोड का समस्या को अपने आंदोलन में जोड़कर सरकार तथा विघुत विभाग पर दबाव बनाया जाएगा।
आगे चर्चा में आज से 19 साल पहले 5 सितंबर 2002 को जन आक्रोश रैली में 20,000 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया था उस दिन के आंदोलन के यादगार में कार्यक्रम आयोजित किया जाए। आगामी दिनांक 17 अगस्त 2021 को समय 3.00 बेज पुनः बैठक साभगार में होगी। बैठक में मुरारी शर्मा, मोहम्मद अली, नारायण चक्रवर्ती, गोपाल अग्रवाल, सुरेन्द्र पासवान, रंजीत कुमार गुप्ता तथा अन्य लोग शामिल थे।