गम्हरिया। झांसी की रानी लक्ष्मीबाई को उनकी शहादत दिवस पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। झामुमो की महिला जिलाध्यक्ष प्रियंका मंडल के नेतृत्व में रानी लक्ष्मीबाई की तश्वीर पर माल्यार्पण किया गया। उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास में अंग्रेजी हुकुमत से संघर्ष के लिए इस वीरांगना सदैव देशवासी कृतज्ञ रहेंगे। कहा कि रानी लक्ष्मीबाई ने एक स्वयंसेवक सेना का गठन कर महिलाओं की भर्ती की और उन्हें युद्ध का प्रशिक्षण दिया। झाँसी की आम जनता ने भी इस संग्राम में रानी का साथ दिया। लक्ष्मीबाई की हमशक्ल झलकारी बाई को सेना में प्रमुख स्थान दिया गया। रानी लक्ष्मीबाई ने जी-जान से अंग्रेजी सेना का मुकाबला करते हुए 17 जून 1858 को ग्वालियर के पास कोटा की सराय में ब्रिटिश सेना से लड़ते-लड़ते वीरगति को प्राप्त हो गयीं।