संवाददाता :लक्ष्मी नारायण पांडेय
हजारीबाग रोड/ धनबाद-गया रेलखंड के बीच चौबे रेलवे स्टेशन के पास से 25 वर्षीय एक महिला को आरपीएफ कैंपिंग स्टाफ ने रेलवे पटरी के पास डेढ़ वर्षीय एक बच्चे के साथ बैठा देखा।शक के आधार पर उक्त महिला से आरपीएफ के जवानों ने पूछताछ की। इस दौरान उक्त महिला कुछ भी बोलने से इनकार करने लगी।बांग्ला भाषी होने के कारण लोग उनकी बात को नहीं समझ पा रहे थे। बाद में आरपीएफ के जवानों के काफी प्रयास के बाद उसने अपना नाम लिहाली कर्मकार, पति चंडी कर्मकार,साकिन हीरापुर, आसनसोल, जिला वर्धमान बताई। उसने बताई कि 1 दिन पूर्व वह अपने घर से भटक कर इधर चला आई थी। घर से बिछड़ जाने पर वह अंत में आत्महत्या करने के लिए रेलवे पटरी के किनारे आकर खड़ी थी। सूचना के आधार पर आरपीएफ निरीक्षक प्रभारी पंकज कुमार ने इसकी सूचना आसनसोल को दी।जहां आसनसोल में कार्यरत आरपीएफ के जवानों ने उक्त पते पर छानबीन किया। इस दौरान परिजनों को जानकारी दी गई। सूचना मिलते ही लिहाली कर्मकार के पति चंडी कर्मकार अपने भाई राणा कर्मकार के साथ मंगलवार को लगभग 10:00 बजे दिन हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन पहुंचे। जहां महिला तथा डेढ़ वर्षीय बच्चे को सही सलामत सुपुर्द किया गया।इस संबंध में महिला के पति ने बताया कि उनकी पत्नी का दिमागी हालत ठीक नहीं है। बीते 13 जून को ही अपने घर से निकल गई थी।काफी खोजबीन किया जा रहा था। इधर निरीक्षक प्रभारी पंकज कुमार ने बताया कि उक्त महिला व बच्चे के होने की सूचना मिलने पर चौबे गांव के काफी संख्या में महिला पुरुष वहां पहुंचे तथा बच्चे को गोद लेने का प्रयास करने लगे। परंतु विभागीय अधिकारियों के निर्देशानुसार आरपीएफ के जवानों ने महिला व बच्चे को सुरक्षित हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन ले आया जहां परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया।