किसान मजदूरों ने मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ निकाला चेतावनी रैली

ऐतिहासिक किसान आंदोलन के साथ समझौते को लागू करे केंद्र सरकार: बालेश्वर यादव

गया | संयुक्त किसान मोर्चा, केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों व खेत मजदूर संगठनों के आह्वान पर देशव्यापी किसान मजदूरों की चेतावनी रैली में आज गया में सैंकड़ों लोग उतरे। यह रैली 2020 में किसानों के ऐतिहासिक संसद मार्च और मजदूरों की आम हड़ताल की चौथी वर्षगांठ के मौके पर आयोजित हुआ।

रैली का नेतृत्व एक्टू के जियालाल प्रसाद, एटक के अमृत प्रसाद, किसान महासभा के बालेश्वर प्रसाद यादव, खेत मजदूर यूनियन के रामबालक जमादार, किसान सभा के दयानंद वर्मा, खेत ग्रामीण मजदूर सभा के रामचंद्र प्रसाद, उत्तर कोयल नहर किसान संघर्ष मोर्चा के नन्दलाल सिंह, किसान सभा के रामवृक्ष प्रसाद, सीटू के जयवर्धन कुमार, प्रगतिशील किसान संघ के संतोष गिरी व किसान मजदूर मोर्चा के चंद्रशेखर प्रसाद यादव कर रहे थे।

हाथों में लाल झंडा लिए सैंकड़ों मजदूर किसानों का जुलूस नारेबाजी करते हुए गांधी मैदान से निकला जो राय काशीनाथ मोड़, कचहरी होते समाहरणालय पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया। सभा का संचालन सीपीआई जिला सचिव सीताराम शर्मा व एक्टू नेता अर्जुन सिंह कर रहे थे।

किसानों की कर्ज माफी और न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी, चार श्रम कोड वापस लेने, मनरेगा में 600 रुपया दैनिक मजदूरी तथा साल में 200 दिन के काम की गारंटी, उत्तर कोयल नहर एवं सोन नहर समेत सभी सिंचाई परियोजनाओं का जीर्णोद्धार समेत कुल 18 मांगों को लेकर यह कार्यक्रम किया गया।

चुनाव को लेकर जिला पदाधिकारी की अनुपस्थिति में सहायक पदाधिकारी को प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया। प्रतिनिधिमंडल में अमृत प्रसाद, बालेश्वर प्रसाद यादव, दयानंद वर्मा, जियालाल प्रसाद, संतोष गिरी, नन्दलाल सिंह व रामवृक्ष प्रसाद शामिल थे।

नेताओं ने कहा कि मोदी राज में लगातार किसान मजदूरों और मेहनतकशों के ऊपर हमले हो रहे हैं, उनके अधिकारों को कुचला जा रहा है। मोदी सरकार बड़े कॉरपोरेट घरानों के लिए काम कर रही है। उसे देश के लाखों लाख मजदूर किसानों की चिंता नहीं है l

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