गया। राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनके कार्यालय में रक्षाबंधन पर्व मनाया गया इस अवसर पर राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ मनीष पंकज मिश्रा के कलाइयों पर बहन प्रियंका मिश्रा सहित अन्य लोगों के द्वारा कलाई पर राखी बांधकर लंबी दीर्घायु की कामना की इस अवसर पर डॉक्टर मनीष पंकज मिश्रा ने कहा भारतीय संस्कृति का एक प्रमुख त्योहार है, जिसे भाई-बहन के प्रेम और स्नेह के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षासूत्र बांधती हैं, जिसे राखी कहा जाता है।
राखी बांधने के बाद, बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र और सुखद जीवन की कामना करती हैं, जबकि भाई अपनी बहनों की रक्षा करने का वचन देते हैं।रक्षाबंधन का पर्व श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व भी है। प्राचीन काल से ही यह पर्व मनाया जाता रहा है।
और इसके पीछे कई पौराणिक कथाएँ जुड़ी हुई हैं। उदाहरण के लिए, महाभारत में द्रौपदी द्वारा श्रीकृष्ण को राखी बांधने की कथा प्रसिद्ध है। इसी तरह, रानी कर्णावती और हुमायूँ की कहानी भी भाई-बहन के रिश्ते की मिसाल है।समाज में भाई-बहन का रिश्ता बहुत खास होता है, और रक्षाबंधन इस रिश्ते को और भी मजबूत बनाता है। यह पर्व केवल हिंदू धर्म में ही नहीं, बल्कि सभी भारतीय समाज में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
इस दिन परिवार के सदस्य एकत्रित होते हैं, मिठाइयों का आदान-प्रदान होता है और खुशियों का माहौल बनता है। इस प्रकार, रक्षाबंधन न केवल भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है। बल्कि परिवार की एकता और सामूहिकता को भी प्रकट करता है।