बीजीआर आउटसोर्सिंग परियोजना पदाधिकारी केओसी पी. देवेंद्र कुमार सिंह एवं संयुक्त मोर्चा के बीच परियोजना कार्यालय में वार्ता

तिसरा।बस्ताकोला क्षेत्र के महत्वाकांक्षी बीजीआर आउटसोर्सिंग परियोजना के सवाल पर परियोजना पदाधिकारी केओसी पी. देवेंद्र कुमार सिंह एवं संयुक्त मोर्चा के बीच परियोजना कार्यालय में वार्ता में समस्या का कोई समाधान नहीं निकला मजदूरो के आंदोलन के चलते क्षेत्र का ट्रांसपोर्टिंग डिस्पैच पूरी तरह बंद है मजदूरों ने परियोजना पदाधिकारी के मार्फत से आउटसोर्सिंग प्रबंधन से मांग किया है कि उनको 3 महीना का पैसा दे दे इसके बाद कंपनी काम बंद करें हम लोगों को एतराज नहीं है।

बताते हैं कि 6 अगस्त को आउटसोर्सिंग कंपनी की ओर से एक नोटिस जारी कर काम को बंद कर दिया गया जिसमें कहा गया था कि परियोजना में पानी घुस गया है हमारे पास जगह नहीं है इसलिए हम काम नहीं चलाएंगे इसके बाद मजदूर आंदोलन पर चले गए कई दौर की वार्ता हुई लेकिन कोई समस्या का समाधान नहीं निकला आउटसोर्सिंग प्रबंधन स्थानीय प्रबंधन को किसका दोषी बता रहा है|

जबकि स्थानीय प्रबंधन का कहना है कि आउटसोर्सिंग प्रबंधन के पास जगह है काम चल सकता है उनकी गलती है फिलहाल दोनों ओर से एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाया जा रहा है इसके बीच में यहां के 600 मजदूर फस गए हैं एक तो उनका काम बंद है दूसरा कोई फैसला नहीं हो रहा है की कंपनी रहेगा या नहीं रहेगा इधर वार्ता में कार्मिक अधिकारी प्रत्येक प्रकाश ने मजदूरों को बताया कि नियम के तहत यदि कोई कंपनी जाता है तो उनको मजदूरों को 3 महीने का पैसा देना होगा तभी जा सकता है।

जबकि कंपनी के जी एम अधिकारी तेजा रेड्डी का कहना है कि हम अपना टर्म पूरा कर चुके हैं और इसकी सूचना प्रबंधन से लेकर मजदूरों को दे दिया है जब हम काम पूरा कर चुके हैं तो 3 मा का पैसा कैसे देंगे इधर मजदूर न्यायालय में जाने का विचार कर रहे हैं कंपनी की ओर से भी कहा गया है कि यदि न्यायालय की ओर से आदेश आएगा तो हम दे देंगे फिलहाल इस मामले में मजदूर सफर कर रहे हैं कोई ठोस निर्णय दोनों प्रबंधन की ओर से नहीं लिया जा रहा है। वार्ता में कामता पासवान, अमित महतो, हरे कृष्णा साव, सोनू साव ,पिन्टू , रंजीत आदि थे।

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