सरकारी उपक्रमों का निजीकरण और आउटसोर्सिंग बंद हो : चंद्रदेव महतो

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सिंदरी | प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी मार्क्सवादी युवा मोर्चा की ओर से अगस्त क्रांति मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत स्वतंत्रता सेनानी व क्रांतिदूत बिरसा मुंडा जी के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर शुरुआत किया गया । इसके बाद बिरसा समिति से भूंजा मोड़ तक आक्रोश मार्च निकाल कर कॉरपोरेट वाद का पुतला जलाया गया ।

उसके बाद आयोजित सभा को संबोधित करते हुए मासस केंद्रीय सचिव चंद्रदेव महतो ने कहा कि मासस 1991 से ही आम जनमानस व देशवासियों को सचेत करते आ रही है कि विदेशी पूंजी देश को आर्थिक गुलामी की ओर ले जाएगी स्वनिर्भरता खत्म होगा। बहुराष्ट्रीय कंपनियां देश में आर्थिक राज कायम करेंगी।

वर्तमान सरकार भी बहुराष्ट्रीय कंपनियों व कॉर्पोरेट घरानों का कठपुतली बन गया है और केंद्र के मंत्रिमंडल कॉरपोरेट घरानों के कर्मचारी के रूप में काम कर रहे है और पूरी तरह से देश में सरकारी तंत्र को निजीकरण करते हुए कॉरपोरेट और पूंजीवादी लोगों के सामने नतमस्तक होकर अपनी वफादारी को साबित कर रहे है एक-एक कर सारे सार्वजनिक क्षेत्र एवं सरकारी उपक्रमों को काॅरपोरेट या निजी व विदेशी कम्पनियों के हाथों बेचने का काम कर रही है। आने वाला समय घोर आर्थिक संकट पैदा करेगा।

ऐसी स्थिति में निश्चित रूप से फर्जी राष्ट्रवाद के एजेंडे का पुरजोर विरोध करने की जरूरत है। वहीं दूसरी ओर विश्व आदिवासी दिवस पर आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार, जमीन की लूट व विकास के प्रति सरकार की गलत मानसीकता के विरोध में सभी आदिवासी साथियों को एकजुट होकर उलगुलान को बुलंद करने का आग्रह किया गया ।

मौके पर मायुमो के रोहित महतो मासस नेता सुरेश प्रसाद, दशरथ ठाकुर,सहदेव सिंह, विरांची महतो,राजीव मुखर्जी,नयन दत्ता, सेन दा, भाकपा-माले नेता किसुन महतो, विमल रवानी, सुभाष मंडल, माकपा नेता गौतम प्रसाद मायुमो के जीतू सिंह,परदीप महतो,बिशु बाउरी,आकाश महतो,दिलीप महतो,अनिल सिंह,संतोष हंसदा,गुड्डू महतो,परदिप बाउरी,अशुपति महतो,शीतल दत्ता, युदिष्ठिर महतो,अमरजीत महतो,काजल महतो, विशाल महतो,गोरी शंकर महतो,विजय राम,राम प्रसाद रजवार , सुरेंद्र हेंब्रम,अभय महतो,दिनेश महतो,मुकेश महतो, सुदाम महतो,कारण महतो,शिवा हेंब्रम,सोनू महतो,आकाश महतो आदि उपस्थित थे

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