झरिया | मानबाद स्थित कामरेड एस के बक्शी स्मृति भवन में जनवादी लेखक संघ झरिया इकाई के वरिष्ठ साथी कृपा शंकर प्रसाद की आकस्मिक निधन पर जलेश द्वारा बैठक कर उन्हें मौन रखकर गहरा शोक संवेदना व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि दी गयी।
कृपा शंकर जी बीसीसीएल में कार्यरत थे और जलेश के आजीवन सदस्य रहें।उनकी अभिरुचि साहित्य के प्रति गहरी थी।वे कविता,लेख से साहित्य के दिशा में योगदान दिये।भोजपुरी हिन्दी में लेखन कियेमन बोलती ऑखें,भोजपुरी में पत्रिका निकालने के लिए भोजपुरी कला मंच के साथियों से सम्पर्क और प्रकाशन किया।साहित्यक गतिविधी में समय साक्षी पत्रिका में उनकी लेखन छपी थी। वे लगातार साहित्य और साहित्यिक गतिविधियों में जुड़े रहे भोजपुरी कहानी चुनरी अंधविश्वास पर आधारित परिवर्तनकारी कहानी थी वह एक अच्छे पाठक थे।
बैचारिक रूप से वे हमेशा तटस्थ रहते थे और सामान्य व्यक्तित्व के मालिक थे उनका अचानक निधन होना लेखक जगत को एक नुकसान हुआ है मुख्य वक्ता जनकदेव जनक जी, डॉक्टर इम्तियाज अजीज,प्रोफेशन नारायण चक्रवर्ती, भगवान दास, मोहम्मद जियाउल रहमान शिव बालक पासवान तथा अन्य लोग शामिल थे