पावन गया भूमि का दर्शन कर पाना मेरा परम सौभाग्य है : रजनी ठुकराल
गया। अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद की महिला शाखा ओजस्विनी की राष्ट्रीय अध्यक्ष रजनी ठुकराल के दो-दिवसीय गया प्रवास के अंतिम दिन ओजस्विनी एवं राष्ट्रीय महिला परिषद की बहनों ने सुश्री रजनी ठुकराल के साथ माँ मंगलागौरी शक्तिपीठ, सीता कुंड, विष्णुपद मंदिर में दर्शन कर आशीर्वाद लिया है।
ओजस्विनी की गया जिलाध्यक्ष डॉ रश्मि प्रियदर्शनी एवं जिला महामंत्री अमीषा भारती के नेतृत्व में ओजस्विनी राष्ट्रीय अध्यक्षा रजनी ठुकराल ने अन्य अहिप कार्यकताओं के साथ सीता कुंड परिसर एवं फल्गु तट का भ्रमण किया तथा इसे भारतवर्ष के गौरवशाली स्थानों में से एक बताया। सुश्री ठुकराल ने सीता कुंड परिसर के भ्रमण के दरम्यान कहा कि कभी वह गया जी से जुड़ी माता सीता द्वारा उनके श्वसुर दशरथ जी को पिंडदान दिये जाने की कथा पुस्तकों में पढ़ती थीं, आज उन्हें उस स्थान पर आने का सुअवसर प्राप्त हुआ है।
उन्होंने अपने प्रथम बार के गया प्रवास को एक परम सौभाग्यपूर्ण अवसर ठहराया तथा अहिप, गया के सभी भाई-बहनों से प्राप्त स्नेह और सम्मान को अपनी अविस्मरणीय उपलब्धि ठहराया है। रजनी ठुकराल ने राष्ट्रीय महिला परिषद की अध्यक्ष मधु शर्मा, नीलम मिश्रा, वीणा गिरी, सरिता त्रिपाठी, रजनी त्यागी, सविता अग्रवाल सहित सभी बहनों एवं महिलाओं को सांगठनिक एकता, प्रेम, सद्भाव, सामन्जस्य बनाये रखने का निर्देश दिया है।
ओजस्विनी एवं राष्ट्रीय महिला परिषद की बहनों, राष्ट्रीय बजरंग दल के प्रांत महामंत्री शशिकांत मिश्र, कार्याध्यक्ष मुक्तामणि, विभाग महामंत्री राम बारिक, समाजसेवी मणिलाल बारिक, विश्वजीत चक्रवर्ती, मुकेश कुमार, विक्की कुमार, रतन गायब, अश्विनी कुमार, सौरभ सिंह, विकास कुमार आदि ने ओजस्विनी की राष्ट्रीय अध्यक्ष रजनी ठुकराल के़ दो-दिवसीय गया प्रवास के समापन के उपरांत कृतज्ञता सहित विदाई दी और पुनः किसी महत्वपूर्ण उद्देश्य के साथ गया पधारने की आशा भी जतायी।