रांची | राष्ट्र सेवा फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक, सुविख्यास राष्ट्रीय प्रखर प्रवक्ता युवा महंत श्री श्री 1008 स्वामी सीताराम शरण जी महाराज ने हैदराबाद से सांसद व एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी द्वारा 18वीं लोकसभा के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान शपथ लेने के उपरांत जिस तरह से जय भीम, जय मीम, जय तेलंगाना के बाद जय फिलिस्तीन का नारा दिया वो अत्यंत हीं निंदनीय, राष्ट्रविरोधी, व राष्ट्र के प्रति घृणा और विदेश के प्रति निष्ठा को दर्शाता है। ऐसे सांसद को भारतीय संविधान के अनुच्छेद 102 (डी) के तहत दोषी करार देते हुए अयोग्य घोषित कर संसद की सदस्यता को रद्द किया जाना चाहिए। हम अपनी संगठन राष्ट्र सेवा फाउंडेशन की ओर से राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी एवम 18वीं लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला से मांग किया हैं की हैदराबाद लोकसभा के सांसद असदुद्दीन ओवैसी को संविधान की अनुच्छेद 102 (डी) के तहत दोषी करार देते हुए सांसद सदस्यता समाप्त किया जाय।
ताकि भारत देश में कोई भी सांसद, विधायक, मंत्री या अन्य कोई भी जनप्रतिनिधि, या कोई भी व्यक्ति सदस्य संवैधानिक पद की सपथ ग्रहण करते समय, या किसी भी स्थान, चाहे वो सार्वजनिक हो, या निजी क्षेत्र हो, यदि कोई भी व्यक्ति राष्ट्र विरोधी बयानबाजी करते हुए या राष्ट्रविरोधी कार्य करते हुए पाए जाएं तो उक्त व्यक्ति या सदस्य पर 102(4) के तहत राष्ट्रद्रोह जैसे मुकदमे दर्ज कर उसे कठोर से कठोर कदम उठाते हुए सख्त से सख्त दंड दिया जाना चाहिए।
ताकि भारत की अखंडता और अक्षुणता पर असर ना पड़े।
भारत की एकता व अखंडता अक्षुण बना रहे।