धनबाद | मटकुरिया छठ तालाब के पास “सुकन्या सामाजिक जन सहयोग फाउंडेशन ट्रस्ट कमिटी” के तत्वाधान में महान सूफी संत कबीर दास की जयंती मनाई गई एवं ट्रस्ट के द्वारा महिला स्वावलंबन एवं आत्मनिर्भरता हेतु महिला सम्मेलन आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में धनबाद विधायक राज सिन्हा जी उपस्थित हुए।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम भक्ति काल के प्रमुख कवि संत कबीर दास के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित किया गया एवं द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। मुख्य अतिथि विधायक राज सिन्हा ने संत कबीर दास के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, भक्ति काल में जहां सारी दुनिया भगवान की भक्ति में लीन थी संत कबीर दास निराकार ब्रह्म की उपासना करते थे। हम हर वर्ष ज्येष्ठ के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को संत कबीर दास की जयंती मनाते हैं ।
संत कबीर दास के अनुसार हर व्यक्ति के भीतर भगवान मौजूद होते हैं उन्हें मंदिरों में मूर्तियों में ढूंढने के बजाय हर मनुष्य से अच्छा व्यवहार करें । इसी से हमारी भक्ति पता चलती है । उन्होंने कहा कि कोई स्वर्ग और नरक नहीं है जो है यही है । और हमारा व्यवहार ही सब निर्धारित करता है। किसी जाति या कुल में जन्म लेने से कोई बड़ा नहीं होता ,बड़े इंसान के कर्म होते हैं। संत कबीर दास जी का जीवन बेहद संघर्ष पूर्ण रहा परंतु वे अमर हो गए वह अपने महान विचारधारा के कारण आज भी हमारे बीच हैं।
श्री सिन्हा ने आगे कहा कि आज हमारे समाज में कई सुधार हो चुके हैं परंतु अभी भी कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जिनमें सुधार की आवश्यकता है, आज के दौर में संत कबीर दास के विचार को हम सभी को आत्मसात करने की आवश्यकता है। कबीर जैसे श्रेष्ठ मानव कई दशकों में एक बार ही जन्म लेते हैं।
संत कबीर दास जी न सिर्फ एक संत थे बल्कि वह एक विचारक और समाज सुधारक भी थे उन्होंने अपने पूरे जीवन में समाज की बुराइयों को दूर करने के लिए कई दोहे और कविताओं की रचना की।संचालन करते हुए कमिटी के सचिव अमल दास ने कमिटी द्वारा महिलाओं के स्वाबलंबन के लिए चलाये जा रहे योजनायों की विस्तार पूर्वक जानकारी दिया, 24 जिलों मे कार्यक्रम चलाये जाने की जानकारी दी।
अध्यक्षता रामशिष चौहान ने किया।विधायक श्री सिन्हा ने कमिटी द्वारा चलाये जा रहे महिला आत्मनिर्भरता हेतु योजनाओं की तारीफ की एवम सरकार से हर संभव मदद दिलाने की बात कही। इस अवसर पे रमाशीष चौहान, अमल दास, जितेंद्र कुमार, मधु देवी, बबिता देवी, किरण चौहान, निर्मला देवी, गीता देवी, राखी सिंह, मालती देवी, पंकज सिन्हा, सुनील कुमार सिंह सहित सैकड़ो महिलाएं थी।