धनबाद | दलित शोषण मुक्ति मंच के राष्ट्रीय सचिव शिवबालक पासवान ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि देश में लोकतंत्र खतरे में है माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के काल में संविधानिक गरिमा पर,ं स्पष्ट हमला कर रहे हैं। जहां तक सम्मान देने की बात है और संसदीय प्रणाली में सांसद सदस्यों को एवं मंत्रियों बोलने की आजादी जहां समाप्त हो गई है।स्पष्ट है लोकतंत्र में जनता से बड़ी ताकत, दूसरा कोई नहीं होता है जनता की ताकत का गलत इस्तेमाल करना, व्यक्तिगत हित में इस्तेमाल करना, पूरा-पूरा व्यक्ति ने साबित कर दिए हैं कि आदिवासी, दलित और पिछड़ा वर्ग गुलाम है। सिर्फ वोट चाहिए। पहले हम गुलाम फिरंगियों के थे अब उनकी गुलामी से मुक्त होने के लिए 2024 चुनाव में इनको उखाड़ फेंकना दलित आदिवासियों तथा अन्य वर्गों का पहला दायित्व है तभी इस देश की लोकतंत्र भाईचारा और देश की एकता अखंडता को बचाया जा सकता है जो एक महिला का सम्मान नहीं करते हैं वह क्यों राष्ट्रपति का सम्मान करेंगे। बार-बार अपमानित कीया जा रहा है। इसीलिए इस बार का चुनाव लोकतंत्र बचाओ संविधान बचाओ, तानाशाह मुक्त भारत बनाओ।