सीयूएसबी में प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि योजना के प्रभावों पर समीक्षा के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

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गया।दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) के आर्थिक अध्ययन और नीति विभाग द्वारा “दक्षिण बिहार में प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि पीएम-किसान का प्रभाव: नवादा जिले का एक केस स्टडी” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है।जन सम्पर्क पदाधिकारी पीआरओमोहम्मद मुदस्सीर आलम ने बताया कि कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह के मार्गदर्शन में भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद आईसीएसएसआर, नई दिल्ली द्वारा वित्त पोषित अल्पकालिक अनुभवजन्य अनुसंधान परियोजना के निष्कर्षों को साझा करने के लिए कार्यशाला का आयोजन डॉ. अबोध कुमार सह प्राध्यापक, अर्थशास्त्र द्वारा किया गया है ।कार्यशाला का उद्घाटन प्रो. कृष्णन चालिल विभागाध्यक्ष, इकोनॉमिक्स परियोजना निदेशक डॉ. अबोध कुमार, प्रो. रथी कांत कुंभार के साथ अन्य गणमान्यों की उपस्थिति में दिप प्रज्जवलित करके किया है।उद्घाटन सत्र के दौरान, डॉ अबोध कुमार परियोजना निदेशक के नेतृत्व में किए गए शोध में लाभार्थियों पर पीएम किसान योजना के प्रभावों का विश्लेषण किया गया और उनके जीवन स्तर को बढ़ाने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला गया है। डॉ. अबोध कुमार ने बताया की इस अनुसंधान में पीएम किसान योजना के लाभार्थियों के आर्थिक स्तर में हुए सुधारों का विश्लेषण किया गया हैं।वहीं इस योजना ने लाभार्थियों के जीवन स्तर को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है ।वाणिज्य विभाग के प्रमुख डॉ. ब्रजेश कुमार, अर्थशास्त्र के प्रमुख कृष्णन चालिल और भारतीय किसान संघ के श्री बृज किशोर सिंह ने लाभार्थियों के साथ बातचीत करते हुए परियोजना के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला है। योजना के लाभार्थियों ने भी अपने निजी विचार को कार्यशाला के दौरान साझा किया है लाभार्थियों ने इसके सकारात्मक प्रभाव के आधार पर योजना को जारी रखने का समर्थन करते हुए सुझाव दिए हैं।


इस कार्यशाला में डॉ. ब्रजेश कुमार, विभागाध्यक्ष प्रो. कृष्णन चलिल एवं भारतीय किसान संघ के श्री बृज किशोर सिंह ने लाभार्थियों से रूबरू होकर योजना के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की| योजना के लाभार्थियों ने सुझाव देते हुए इसके सकरात्मक पक्ष में इसे जारी रखने की अनुसंशा की| कार्यशाला के समापन सत्र में सामाजिक विज्ञान अधिष्ठाता प्रो. प्रणव कुमार, प्रो. रथी कान्त कुम्भर एवं कृषि विभाग के प्रो. प्रभात कुमार सिंह ने योजना के तकनीकी पक्षों पर विस्तृत चर्चा की। योजना के लाभार्थियों ने भी अपने निजी विचार को कार्यशाला के दौरान साझा किया है | इस मंच संचालन में सानिया इकबाल एवं अनु कुमारी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, शोध सहायक केशव आनन्द ने सांख्यिकीय परिणामों को प्रस्तुत किया है| इस कार्यशाला के सफल समापन पर कुलपति ने प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि इसके परिणाम काफी उत्साहवर्धक हैं और नीति निर्माताओं के लिए भविष्य की योजनाओं को रूप देने में काफी उपयोगी साबित होंगे ।

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