दिल्ली | ऑल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन के स्थापना के सौ वर्ष पूरे होने के अवसर पर भारत सरकार ने शताब्दी स्मारक डाक टिकट का विमोचन किया। नई दिल्ली के करनैल सिंह स्टेडियम में आयोजित ऑल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन के विशेष जेनरल कौंसिल की बैठक में विडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से इसका विमोचन माननीय रेल,संचार और इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव द्वारा किया गया। इस समारोह की अध्यक्षता एआईआरएफ के अध्यक्ष डॉ एन कन्हैया ने किया तथा मंच संचालन महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने किया।
इस विशेष समारोह में रेलवे बोर्ड के मुख्य अधिशासी पदाधिकारी श्रीमती जया वर्मा सिन्हा सहित रेलवे बोर्ड के प्रमुख कई मुख्य उच्च अधिकारी, विभिन्न श्रमिक संगठनों के नेतृत्व कर्ता और हजारों की संख्या में रेलकर्मी शामिल हुए। अपने संबोधन संभाषण में अपनी बात रखते हुए रेलमंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ऑल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन की स्थापना 1924 में हुई और अपने स्थापना के प्रारंभ से ही रेलकर्मियों के हक और अधिकारों के लड़ाई लड़ता रहा है। इन संघर्षों के बल पर ही इस संगठन ने बहुत से उपलब्धियां हासिल की हैं।
अपनी सक्रियता के कारण यह संगठन विश्व का सबसे बड़ा श्रमिक संगठन बन गया है। इस संगठन के सफलतापूर्वक सौ वर्ष पूरा होने का समय बहुत ही गौरवपूर्ण क्षण है। मैं इस अवसर पर उपस्थित यूनियन के सभी कार्यकर्ताओं को अपनी बधाई देता हूँ। ईसीआरकेयू के मीडिया प्रभारी एन के खवास ने बताया कि इस सम्मेलन में ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष डी के पाण्डेय,महामंत्री एस एन पी श्रीवास्तव,अपर महामंत्री मो ज़्याऊद्दीन, जोनल सेक्रेटरी ओ पी शर्मा,सहायक महामंत्री ओमप्रकाश,सोमेन दत्ता,नेताजी सुभाष,मनीष कुमार,बिन्दु कुमार,बी पी यादव,मनोज पांडेय,संजय मंडल,मिथिलेश कुमार,केदार प्रसाद,बी बी पासवान,के के मिश्रा,बबलू कुमार सहित कई सक्रिय कार्यकर्ता शामिल हुए।