भूली /30 मई तक लॉकडाउन लगा दिया गया है । इस दौरान जरूरी सेवाओं को छोड़कर सभी सेवाओं पर प्रतिबंध हैं । ऐसे में ये सवाल उठ रहा था कि रोजाना कमाने-खाने वाले कैसे दिन गुजारेंगे? उनका पेट कैसे भरेगा? इन सभी सवालों पर विराम लगाते हुए लवीना ग्रुप ऑफ एडुकेशन एवं सह सद्भावना एनजीओ और सह्योगकर्ता मातेश्वरी सेवा संस्था के द्वारा निशुल्क भोजन सुविधा के लिए भूली के बी ब्लॉक योगभवन में कम्युनिटी किचन की शुरुआत की है । मौके ललन मिश्रा, अशोक कुमार गुप्ता, महेश सिंह, परमानंद यादव, भवेश कुमार मिश्रा, भानू सिंह, गंगोत्री सिंह, मनोहर महतो, सुधा सिंह, मधुमति सिंह, सुषमा कुमारी, रीना कुमारी, प्रिया कुमारी,आदि लोग उपस्थित थे ।
रात-दिन मुफ्त में खाने की व्यवस्था : सचिव सद्भावना एनजीओ
लॉकडाउन दूसरे सप्ताह में रोज कमाने खाने वाले लोगों की आर्थिक स्थिति ख़राब होने लगा है जैसे मानो के लॉक डाउन ने फिर से रोजमर्रा से गुजर रहे आम आदमी का कमर तोड़ रखा हैं ऐसे में सद्भावना एनजीओ के सचिव रंजीत कुमार उर्फ बिल्लु ने बताया कि कम्युनिटी किचन की शुरुआत होते ही की गई है. यहां लॉकडाउन के दौरान गरीब, मजदूर, निर्धन, निराश्रितों के लिए रात-दिन मुफ्त में खाने की व्यवस्था की गई है । इस संबंध में सद्भावना एनजीओ के सचिव रंजीत कुमार ने बताया कि अनुमंडल पदाधिकारी विशेष निर्देश तथा आदेश जारी कर आदेश में कहा गया है कि कम्युनिटी किचन में रोजाना दिन और रात के खाना की व्यवस्था की जाएगी और पेयजल, साफ-सफाई, हैंडवाश, सैनिटाइजर आदि की पर्याप्त व्यवस्था के साथ-साथ सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य सुरक्षा मानकों का विशेष रूप से ध्यान रखा जाएगा ।
सद्भावना एनजीओ के सभी मुख्य सदस्यों को सौंपी गई अलग-अलग जिम्मेदारी
सद्भावना के अध्यक्ष रूपेश चाँद ने बताया कि जब तक लॉकडाउन रहेगा तब तक कम्यूनिटी किचेन के माध्यम से गरीब , मजदूर, निर्धन लोगों को सद्भावना एनजीओ के तरफ से प्रतिदिन निःशुक भोजन दिन रात कराया जाएगा । इस संबंध में कॉम्युनिटी किचेन में प्रतिदिन भोजन कराने को लेकर कम्युनिटी किचन की सही तरह से काम कर सके, इस बाबत सद्भावना के सभी मुख्य सदस्यों को प्रतिनियुक्त किया गया है और उन्हें अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है और संबंधित लोगों को साफ- सफाई का प्रमुखता से ध्यान दिया जाएगा ।