धनबाद। असर्फी कैंसर संस्थान के द्वारा निःशुल्क जांच एव परामर्श शिविर के दूसरे दिन भी सैकड़ो की संख्या में लोगो ने इसका लाभ उठाया। शिविर में मुख्य रूप से अनुभवी कैंसर विशेषज्ञ डॉ बिप्लव मिश्रा ने लोगो को कैंसर के प्रति जागरूक किया। इसी क्रम में उन्होंने बताया की आज के समय में कैंसर बहुत तेज़ी से फ़ैल रहा है और इसके लिए लोगो में जानकारी होना बहुत ही आवश्यक है कि कैसे इस गंभीर बिमारी से निजात पाया जा सके। उन्होंने बताया की ओरल कैंसर की मुख्यतः पहचान मुँह में अल्सर तथा गर्दन में सूजन होना है। वही उन्होंने कहा की स्तन में गांठ, निपल से स्राव, ऊपरी त्वचा पर परिवर्तन आदि जैसे लक्षण ब्रैस्ट कैंसर के संकेत हो सकते है। प्रारम्भिक जांच के लिए स्क्रीनिंग कराना आवश्यक है, कैंसर स्क्रीनिंग एक तरीका है जिसमें डॉक्टर शरीर में कैंसर के कुछ रूपों की जांच करते हैं, जब आपको कैंसर का कोई लक्षण नहीं होता है। कैंसर स्क्रीनिंग का लक्ष्य उन कैंसर को ढूंढना है जिन्हें जितनी जल्दी हो सके, पाया जा सके, इससे पहले कि उसके लक्षण किसी व्यक्ति में दिखाई दे ।नियमित रूप से स्क्रीनिंग टेस्ट कराने से स्तन, सर्वाइकल, प्रोस्टेट और कोलोरेक्टल कैंसर का जल्दी पता चल सकता है, जब उपचार सबसे अच्छा काम करने की संभावना होती है। डॉ मिश्रा का कहना है की अगर ज़रा सा भी लक्षण दिखे तो बायोप्सी जांच इस तरह के मामलो में अवश्य कराना चाहिए। डॉ बिप्लव मिश्रा ने कैंसर के कुछ महत्वपूर्ण लक्षणों के बारे में बताया। जैसे पेशाब होने के तरिके में बदलाव ,घाव का ठीक ना होना ,असामान्य रक्तश्राव,स्तन में गाँठ या सूजन ,अपच और निगलने में कठिनाई ,तील धब्बे और त्वचा में बदलाव ,अत्यधिक लगातार खासी अथवा आवाज़ का बैठना आदि। शिविर में मुख्य रूप से अशर्फी कैंसर संस्थान के कैंसर विशेषज्ञ डॉ बिप्लव मिश्रा तथा डॉ अनुपम प्रसाद -एम् डी मेडिसिन ,डॉ टी. के साहा -मेडिसिन विभाग,सहयोगी संगीता, बॉबी,प्रियंका एवं तन्नू तथा अशर्फी कैंसर संस्थान के कॉर्पोरेट हेड संतोष सिंह, ट्रेड मैनेजर शुभांकरनाथ, सुशांत सुपाकर एवं कैंसर विभाग की ए जी एम् उपायुक्ता तथा अन्य लोग मौजूद थे।