बंगाल हिंसा के विरोध में धनबाद सांसद विधायक अपने घरों पर दिया धरना

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तरुण चंद्र राय

धनबाद। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के हिंसक तांडव के खिलाफ केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर भारतीय जनता पार्टी धनबाद महानगर के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने आज लोकतांत्रिक तरीके से विरोध प्रदर्शन किया। सभी ने अपने घरों में धरना दिया।
धरना देते हुए धनबाद के सांसद पशुपति नाथ सिंह ने कहा की पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस बहुमत में आई लोकतांत्रिक मर्यादाओं का ध्यान रखते हुए ,राजनीतिक मर्यादाओं का ध्यान रखते हुए विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता अपने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ममता बनर्जी को शुभकामनाएं भी दी। किंतु चुनाव परिणाम आने के दिन से ही जिस प्रकार तृणमूल कांग्रेस ने लोकतंत्र को शर्मसार करने का कार्य किया । उसकी जितनी भी शब्दों में निंदा की जाए कम है ।चुनाव आयोग का स्पष्ट निर्देश था, कि किसी प्रकार का जीतने के बाद विजय उत्सव नहीं मनाया जाएगा जुलूस नहीं निकाला जाएगा लेकिन चुनाव आयोग के निर्देश की स्पष्ट उल्लंघन की गई।


चुनाव परिणाम आने के दिन से ही भाजपा कार्यकर्ताओं को चुन चुन कर प्रताड़ित किया जा रहा है। तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या कर रहे हैं । भाजपा कार्यकर्ताओं के घरों पर हमला कर रहे हैं। अमानुषिक अत्याचार कर रहे हैं ,महिलाओं के साथ बलात्कार किया जा रहा है, संपत्ति लूट ली जा रही है। इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है । पश्चिम बंगाल में हो रहे तांडव को देखकर दहशत का माहौल व्याप्त है। भाजपा कार्यकर्ताओं को पश्चिम बंगाल छोड़कर दूसरे राज्यों में जाना पड़ रहा है।
पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और वामपंथी पूरी तरह से समाप्त हो गए ।भारतीय जनता पार्टी प्रमुख विपक्षी दल होकर उभरी है। यह बात ममता बनर्जी को पच नहीं रही आज के धरना कार्यक्रम के माध्यम से धनबाद के सांसद के रूप में, मैं यह केंद्र सरकार से मांग करता हूं की पूरे घटनाक्रम की सीबीआई जांच की जाए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले वैसे सरकारी अधिकारी जो इस घटनाक्रम में मौन रहकर अपनी भूमिका को निर्वाह करने में असफल रहे या भूमिका करने से बचते रहे उन पर भी सख्त कदम उठाए जाएं।
धरना कार्यक्रम में धनबाद के विधायक राज सिन्हा ने कहा कि चुनाव परिणाम आने के दिन से ही पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के द्वारा जो परिस्थितियां उत्पन्न हुई वह सीधे-सीधे लोकतंत्र की हत्या का सूचक है। इस पूरे घटना की जितनी भी निंदा की जाए वह कम है ।पूरी दुनिया मे यह दिखा कि तृणमूल कांग्रेस ने किस प्रकार से लोकतंत्र को मानवता को शर्मसार किया? संकट की इस घड़ी में पूरी भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल के कार्यकर्ताओं के साथ है।
धनबाद के निवर्तमान महापौर चंद्रशेखर अग्रवाल ने धरना के माध्यम से कहा कि पश्चिम बंगाल के चुनाव परिणाम ममता बनर्जी को रास नहीं आ रहा है। परिणाम आने के बाद से ही तृणमूल कांग्रेस पूरे बंगाल में तांडव कर रहे हैं। इस घटना की जितनी भी निंदा की जाए कम है। ममता बनर्जी तथा उनके बड़े नेताओं ने अघोषित रूप से तांडव करने के लिए अपने कार्यकर्ताओं को छूट दे रखी है। ममता बनर्जी यह भूल गई है कि हत्या बलात्कार दमन की राजनीति को भारत का लोकतंत्र इजाजत नहीं देता। भारत का लोकतंत्र बहुत मजबूत है। और इस प्रकार की घटना करने वाले को तथा घटना करने वाली पार्टी को पूरी तरह से समय आने पर तिरस्कृत कर देता है। ममता बनर्जी लोकतंत्र पर विश्वास नहीं रखती ।वह दमन तंत्र पर विश्वास रखती हैं आश्चर्य की बात है कि इतनी बड़ी घटना हो रही है और किसी भी विपक्षी दल संवेदना के एक शब्द भी नहीं बोले। केंद्र सरकार से यह मांग करता हूं कि अपने सारे तंत्र को लगा कर दोषियों पर कार्रवाई करें ताकि बंगाल शांत हो।

भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेत्री रागिनी सिंह ने धरना देते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल की घटना मानवता पर काला धब्बा है जिस प्रकार से पश्चिम बंगाल में चुन-चुन कर भाजपा कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है ।उससे स्पष्ट है कि सब कुछ पूर्व नियोजित और शीर्ष नेताओं के इशारे पर हो रहा है। पूरी घटना लोकतंत्र को शर्मसार कर रहा है। ऐसे में पूरे घटना की सीबीआई जांच हो दोषियों को सजा मिले ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटना करने की किसी को हिम्मत नहीं हो।

धरना कार्यक्रम में शामिल होने वालों में चंद्र शेखर सिंह, नितिन भट्ट , संजय झा, मानस प्रसून, उमेश यादव, धनेश्वर महतो, मिल्टन पार्थसारथी, राज कुमार जेना , महेश पासवान , ललन मिश्रा , अमलेश सिंह, शिवेंद्र सिंह, मौसम सिंह, सुमन सिंह, आनंद खंडेलवाल, मनोज गुप्ता ,शेखर सिंह सहित अनेकों कार्यकर्ताओं ने धरना दिया।

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