प्रशासन ने कंपनी के आसपास लगाई निषेधाज्ञा
गम्हरिया। विस्थापितों एवं भूमिदाता को नियोजन प्रदान नहीं करने के मामले को लेकर झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के नेतृत्व में शुक्रवार को आहूत आधुनिक पावर एंड नेचुरल रिसोर्सेज कंपनी का गेट जाम कंपनी के रजिस्टर्ड यूनियन एवं प्रशासनिक सक्रियता से विफल हो गया। कंपनी गेट पर दो गुटों में संघर्ष की आशंका को मद्दे नजर प्रशासनिक स्तर से निषेधाज्ञा लागू कर दिया गया था। जबकि कांड्रा थाना पुलिस भी वहां मौजूद होकर शांति व्यवस्था में जुटी रही। झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के सदस्यों ने बताया कि धारा 144 के कारण गेट जाम नहीं कर सके। कंपनी के रजिस्टर्ड यूनियन पावर प्रोजेक्ट विस्थापित प्रभावित स्वावलंबी श्रमिक सहयोग समिति के अध्यक्ष कृष्णा बास्के ने बताया कि आधुनिक कंपनी को कतिपय स्वार्थी तत्व सरायकेला ग्लास फैक्टरी की तर्ज पर बंद करने का कुचक्र रच रहे है। जिसे हरगिज बंद होने नहीं दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि कंपनी से विस्थापित प्रभावित एवं जमीन दाताओं के मुद्दे को लेकर उनकी समिति लगातार लड़ाई जारी रखते हुए लोगों को हक दिला रही है। कहा कि सूची काफी लंबी रहने के कारण सभी को एक साथ दिलाना संभव नहीं है। प्राथमिकता के आधार पर सभी की मांगें पूरी की जा रही है। बास्के ने कहा कि निजी मुद्दे को लेकर शुक्रवार को गेट जाम का प्रयास किया गया था। जबकि प्रभावित व्यक्ति का नाम समिति की सूची में पहले से सूचीबद्ध है, और उन्हें गेट जाम करने के निर्णय से पहले समिति के पदाधिकारियों से इस मुद्दे को लेकर वार्ता करना चाहिए। इधर, कंपनी का संभावित गेट जाम करने की सूचना के बाद रजिस्टर्ड यूनियन पावर प्रोजेक्ट विस्थापित प्रभावित स्वावलंबी श्रमिक सहयोग समिति से जुड़े आसपास के गांवों से काफी संख्या में पुरुष एवं महिलाएं पहुंच गईं। उन्होंने अन्य किसी समिति के सदस्यों को हरगिज गेट पर आने अथवा जाम नहीं करने की चेतावनी दी। कहा कि यह समस्या किसी की व्यक्तिगत नहीं, बल्कि समूह की है। इसके लिए रजिस्टर्ड यूनियन अपना काम कर रही है। इसमें झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति अथवा अन्य किसी सामाजिक संगठन का हस्तक्षेप हरगिज बर्दास्त नहीं किया जायेगा। बाद में अध्यक्ष बास्के ने गेट जाम करने आ रहे लोगों एवं इसके विरोध में खड़े ग्रामीणों को वस्तुस्थिति समझा कर वापस किया।