निचितपुर। ईस्ट बसूरिया कोलियरी अंतर्गत संचालित आउटसोर्सिंग कंपनी खेमका केरियर प्राइवेट लिमिटेड में स्थानीय बेरोजगार युवकों को रोजगार देने की 5 सूत्री मांग को लेकर दुर्गा सोरेन सेना की ओर से चक्का जाम आंदोलन किया गया।
दुर्गा सोरेन सेना के विकास बाल्मीकि और खेमका आउटसोर्सिंग के लाइजनिंग अधिकारी डब्लू आलम के बीच वार्ता नही हो सकी। दोनों के बीच मांगों को लेकर बहस शुरू हो गई।
ईस्ट बसूरिया पुलिस ने मामला को शांत कराया। वही ईस्ट बसूरिया ओ पी परिसर में प्रभारी उपेन्द्र कुमार के मौजूदगी में विकास बाल्मीकि व डब्लू आलम के बीच त्रिस्तरीय बैठक हुई।
जिसमे डब्लू आलम ने दुर्गा पूजा से पहले मांगो पर उचित निर्णय लेने व रोजगार देने पर सहमति जताई। जिसके बाद दुर्गा सोरेन सेना ने आंदोलन खत्म किया।
डब्लू आलम ने कहा कि दुर्गा सोरेन सेना की पांच सूत्री मांग पर दुर्गा पूजा तक समय लिया है। उचित निर्णय लेकर मांगो पर विचार किया है।
वही विकास बाल्मीकि ने कहा कि झारखंड सरकार ने नियोजन नीति में 75 फीसदी स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार देना है। स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार न देकर दबंगता से कोयला उत्पादन को बर्दास्त नहीं किया जाएगा। दुर्गा सोरेन सेना ने पूर्व में पांच सूत्री मांग पत्र दिया था। जिसके बाद प्रबंधन मौन साध लिया था। आज चक्का जाम आंदोलन किया जा रहा था। ईस्ट बसूरिया ओ पी प्रभारी के मौजूदगी में सकारात्मक वार्ता हुई है। दुर्गा पूजा से पहले का समय प्रबंधक की ओर से मांगा गया है। जिसे हमारे द्वारा स्वीकार किया गया है।