गिरिडीह। एमडीएम की कालाबाजारी में एमडीएम ऑपरेटर की संलिप्ता उजागर हुई है। मंगलवार को राजधनवार एमडीएम ऑपरेटर ओंकार वर्नावल बगैर किसी सूचना के अज्ञात वाहनों से एमडीएम चावल को अन्यंत्र भेज रहे थे। राजधनवार प्रखंड गोदाम में एमडीएम चावल लेकर पहुंचे एफसीआई के ट्रक से डायरेक्ट अज्ञात वाहनों में चावल लोड कर भेजा जा रहा था। किसी ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। वीडीओ वायरल होने के बाद जब किसी ने इसकी सूचना जिला को दे दी तो जिला से प्रखंड तक बवाल सा मच गया है। जिला शिक्षा अधीक्षक विनय कुमार ने वायरल वीडियो पर संज्ञान लेते हुए जांच कर करवाई की बात कही है।
“संवेदक द्वारा विद्यालयों में चावल पहुंचाया जाना है”
गौरतलब हो कि सरकारी विद्यालयों में एमडीएम बंद न हो इसके लिए झारखंड सरकार द्वारा स्कूल स्टेप डिलीवरी के लिए निविदा निकाली गई थी। जिले के राजधनवार, बिरनी और जमुआ प्रखंड के विद्यालयों में एमडीएम चावल पहुंचाने की जिम्मेवारी संवेदक बीके चौरसिया को मिली थी। प्रथम फेज अप्रैल, मई, जून का चावल संवेदक द्वारा विद्यालयों में पहुंचा दिया गया था। उस समय प्रखंड के विद्यालय गर्मी की छुट्टी की वजह से बंद थे। बावजूद संवेदक द्वारा प्रयास कर के चावल पहुंचाया गया। हालांकि इस कार्य में संवेदक के आने और चावल पहुंचाने को लेकर प्रखंड के एमडीएम प्रभारी असहज दिखे। उन्हें संवेदकों का आना रास नहीं आया। उनके हित सधने बंद होने लगे। ख़बर है कि संवेदकों को कई बार कार्य करने में व्याधान भी पहुंचाया गया। द्वितीय फेज का जब चावल प्रखंडों में पहुंचा तो ऑपरेटर उसका लाभ लेने में लग गए। अभी द्वितीय फेज के चावल को विद्यालयों में पहुंचाने का कोई निर्देश नहीं आया था। संवेदक जिला के निर्देश के इंतजार में थे। लेकिन इसी बीच राजधनवार एमडीएम ऑपरेटर ओंकार वर्णवाल उर्फ विवेक ने मंगलवार को बगैर किसी को कुछ सूचना दिए अज्ञात वाहनों द्वारा चावल को अन्यत्र भेजा गया जिसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।
“क्या कहते हैं एमडीएम ऑपरेटर”
इस सम्बंध में एमडीएम ऑपरेटर ओंकार ने बताया कि एक दो विद्यालयों में चावल की कमी हो गई थी। इसलिए भेजना पड़ा। जब उनसे पूछा गया कि इसका आदेश आपको किसने दिया था, अपने किनको सूचना दिया था और ये चावल कहां भेजा गया तो वो कोई जवाब नहीं दिया।
“जांच कर करवाई होगी – जिला शिक्षा अधीक्षक”
इस सम्बंध में जब जिला शिक्षा अधीक्षक विनय कुमार से पूछा गया तो वो बोले कि मुझे इस सम्बंध में कोई सूचना नहीं मिली है। वीडियो देखा हूं। ऑपरेटर ने गलत किया है। शोकज किया जा रहा है। करवाई होगी।
इस सम्बंध में क्षेत्रीय शिक्षा प्रसार पदाधिकारी रामजी कुमार और राजधनवार बीइईओ अशोक कुमार को कई बार फोन लगाया गया तो ये अधिकारी फोन रिसीव नहीं किए।
“चावल पहुंचाने की जिम्मेवारी मेरी है – संवेदक”
इस सम्बंध में संवेदक बीके चौरसिया से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि एमडीएम चावल पहुंचाने की जिम्मेवारी मेरी है। लेकिन हमें कोई सूचना नहीं दी गई है। जिला शिक्षा अधीक्षक से बात हुई थी तो वो बोले थे कि बैठक होगी फिर द्वितीय फेज का कार्य शुरू होगा। आज राजधनवार एमडीएम प्रभारी द्वारा किनके निर्देश पर एमडीएम चावल भेजा गया। कहां भेजा गया। मुझे कुछ नहीं पता है। मैं खुद हैरान हूं। प्रखंड के सभी विद्यालयों में तीन माह का चावल बीते माह हीं पहुंचाया गया था। ऐसे में अभी किसी विद्यालय में चावल घटने का प्रश्न हीं नहीं उठता है।
बहरहाल राजधनवार एमडीएम के इस हरकत की चर्चा राजधनवार से लेकर जिला तक है। अब इस पर वरीय पदाधिकारी द्वारा क्या करवाई की जाती है यह देखना दीगर रहेगा।