मणिपुर की घटना मानवता को शर्मसार करने वाली दोषियों को फांसी की सजा हो
मणिपुर क्यों जल रहा है उसके पीछे की सच्चाई भी लोगो के सामने आनी चाहिए
रांची | श्री महावीर मंडल डोरंडा केंद्रीय समिति के अध्यक्ष संजय पोद्दार मंत्री पप्पू वर्मा ने मणिपुर की घटना की कड़ी शब्दों में निंदा की है वही संजय पोद्दार ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि क्या मणिपुर की आड़ में बंगाल, झारखंड, बिहार ,राजस्थान, के कृत्य को भुलाया जा सकता है । घटना मणिपुर की हो, बंगाल की हो, चाहे बिहार और राजस्थान की, यह निंदनीय है मानवता को शर्मसार करने वाली है परंतु इंडिया सिलेक्टिव क्यों मणिपुर में जिस प्रकार क्रिश्चियनिटी द्वारा धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। अफीम की खेती कर पैसे उगाही से धर्म परिवर्तन पर खर्च हो रहा है । घुसपैठियों को पनाह दिया जा रहा है। कहीं उस पर पाबंदी का परिणाम तो नहीं । ऐसे कई पहलू पर विचार करना होगा क्योंकि 2024 का चुनाव सामने है। भारत पर सवाल करने वाले कौन लोग हैं ओरिजिनल इंडिया शब्द में डॉर्ट नहीं है परंतु अब जो इंडिया बना है उस पर डॉर्ट हर शब्द के बाद है । क्या यह इंडिया शब्द सही है
। अगर नहीं तो यह इंडिया की तौहीन है ।अब बोलेंगे कि इंडिया मतलब फलाना लेकिन जब यह डिबेट में आते हैं तो इंडिया के आड़ में लोगों को पाकिस्तान जाने की बात कहते हैं । इंडिया जीतेगा मोदी हारेगा क्या नरेंद्र मोदी इंडिया के प्रधानमंत्री नहीं है । अगर उनके शब्दों में कहा जाए तो आखिर किसे यह हराना चाहते हैं ऐसे कई सवाल जिनका जवाब तलाशना पड़ेगा । कहीं इंडिया को बदलने की साजिश तो नहीं, बदलने का मतलब धर्म परिवर्तन, लव जिहाद, रोहिंगा को नागरिकता ,बांग्लादेशी को नागरिकता, आतंकवाद का समर्थन, धारा 370 की पुनः बहाली, ऐसे कई सवाल हैं। देश की कोई भी बेटी हो इस तरह का अपराध को कहीं से भी जायज नहीं ठहराया जा सकता ऐसे अपराधियों को फांसी की सजा होनी चाहिए दोषी अधिकारियों जो भी लोग साजिशकर्ता है उसे कठोर सजा मिले पर यह सिर्फ मनीपुर नहीं सभी प्रदेशों में यह लागू होना चाहिए आज बंगाल की स्थिति क्या है। वहां दो औरतों को निर्वस्त्र कर दिया गया राजस्थान में दलित महिलाओं के साथ रोजाना बलात्कार हो रहे हैं। बेगूसराय में एक लड़की को पीटा गया और उसके वस्त्र खोल दिए गए झारखंड में प्रतिदिन आदिवासी महिलाओं के साथ दुराचार हो रहा है। उत्तराखंड में भी कमोबेश यही स्थिति है इस पर चुप्पी क्यों ।अगर मणिपुर की कहानी आजादी के पूर्व से लेकर आजादी के बाद तक समझेंगे तो मणिपुर की असलियत सामने आ जाएगी 2014 के बाद पूर्वोत्तर राज्यों में किस तरह विकास हुआ ऐसे तमाम चीजें आपको जानने को मिलेंगे मणिपुर में धर्मांतरण अवैध हथियार और अफीम पर शिकंजा घुसपैठियों पर रोक का परिणाम यह है जो कांग्रेस वामपंथी कम्युनिस्ट नहीं पचा पा रहे हैं अपने स्वार्थ के लिए देश के स्मिता के साथ खिलवाड़ ना करें। आज भाजपा का शासन है कल फिर आप का शासन आएगा और आप ऐसा कोई काम ना करें कि जब आप सत्ता में आए तो आपने जो कुकर्म किया है उसको फिर आप ठीक नहीं कर पाए और देश की अस्मिता बचा न सके।