लोयाबाद/केंदुआडीह /.कुसुण्डा एरिया छः के अर्न्तगत एन.जी.के.सी. आउटसोर्सिंग कम्पनी मे अवैध उत्खनन के दौरान चाल धसने से तीन लोगो के दबे होने की अशंका बताई जा रही है दरअसल, घटना सोमवार की सुबह की है बीसीसील क्षेत्र संख्या छः कुसुण्डा एरिया के अर्न्तगत एन. जी. के. सी. ओपन माइन्स की जहॉ हर रोज की तरह गरीब मजदूर अपने पेट की भुख मिटाने के लिए अवैध कोयले की कटाई कर अपना जीवनयापन कर गुजारा करते है लेकिन कौन जानता था कि सोमवार की सुबह उन मजदूरो का आखरी दिन होगा।अवैध उत्खनन के दौरान तीन या चार मजदूर के चाल धंसने से दबने की आवाज जैसे ही क्षेत्र मे फैली लोग अपने कामकाज को छोडकर माइन्स की और दौडे ताकि लोगो को बचाया जा सके लेकिन काश ऐसा हो सकता जब माइन्स के अधिकारियो से घटना से सवंधित जानकारी प्राप्त करनी चाही तो किसी ने जानकारी देने मे अनभिज्ञता जाहिर की वही केन्दुआडीह पुलिस और सी० आई० एस० एफ० के अधिकारियो ने भी अनभिज्ञता जाहिर की जैसे की कोई घटना हुई ही नही है लेकिन माईन्स मे लोगो का हुजुम ये जाहिर करता है कि कोई अनहोनी तो हुई है लेकिन न ही बीसीसील के अधिकारी और न ही आउटसोर्सिंग के किसी अधिकारी ने घटना की पुष्टि की है लेकिन माइन्स के अन्दर का नजारा सैकड़ो जगहो पर कोयला होना इस बात को दर्शाता है कि यहाँ अवैध कोयला का करोबार तो चल ही रहा था जब अवैध कोयला का करोबार को बीसीसील के वरीय पदाधिकारी रोक नही पाते है तो बडी संख्या मे सीआईएसएफ की तैनाती क्यो की जाती है अवैध कोयला के उत्खनन मे गरीब मजदूरो की जाने चली जाती है जिसकी कोई अधिकारिक पुष्टि नही होती है ऐसी ही कम्पनी की लपरवाही से बांसजोडा मे भी तारा प्रसाद महतो की भी जान गई थी जिसमे जलेश्वर महतो की पहल के कारण मृतक के परिवार मे मुआवजा मिला था वही 23 मार्च को एरिया चार के अर्न्तगत भूमीज आउटसोर्सिग कंपनी मे भी पांच लोगो के चाल धंसने से मृत्यू हुई थी उसकी भी कोई अधिकारिक पुष्टि नही हुई थी धनबाद जिले मे 2019 के बाद जितने भी अवैध उत्खनन के दौरान घटना हुई थी उसकी अधिकारिक पुष्टि कभी नही हुई झारखण्ड विधानसभा मे भी पिछले सत्र के दौरान बाघमारा के विधायक ढुल्लु महतो ने सदन मे कहॉ था कि माननीय मुख्यमंत्री जी कितने मजदूरो की मौत के बाद आपकी नींद खुलेगी ईधर धनबाद जिला पिछड़ा वर्ग के जिलाअध्यक्ष सह कांग्रेस नेता लोयाबाद के रत्नेश कुमार चौहान ने भी सोशल मीडिया और अखबार के माध्यम से केन्दुआडीह थाना क्षेत्र मे हो रहे अवैध उत्खनन के बारे मे केन्दुआडीह थानेदार को अगाह करते रहे लेकिन कोई ध्यान नही दिए वही रत्नेश कुमार चौहान ने बताया कि केन्दुआडीह थानेदार के अलावा धनबाद के वरीय पुलिस अधिकारी एवं बीसीसील के अधिकारी को लगातार अगाह करता रहा कि केन्दुआडीह मे लगातार कोयला की तस्करी हो रही है लेकिन पुलिस और सीआईएसएफ दोनो मिलकर कोयले की तस्करी को बढावा दिया जिसका परिणाम एन.जी.के.सी. ओपन माइन्स की घटना है अगर समय रहते बीसीसील प्रबंधन इस पर कोई ठोस निर्णय नही लेती है तो इस तरह की घटना आगे भी होती ही रहेगी और कोयला माफिया का राज चलता रहेगा इस तरह कोयला माफिया अपनी आमदनी का कुछ हिस्सा पुलिस ,सीआईएसएफ और बीसीसील के अधिकारियो तक पहुचा दिया जाता है