धनबाद: शुक्रवार को राष्ट्रीय नाई महासभा झारखंड प्रदेश ने प्रधानमंत्री को उपायुक्त के माध्यम से जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित करने के संबंध में ज्ञापन सौंपा। तथा टाउन हॉल से रणधीर वर्मा चौक होते हुए समाहरणालय तक निकाली रैली। राष्ट्रीय नाई महासभा के जिला अध्यक्ष अशोक ठाकुर ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर बिहार के ही नहीं बल्कि देश-दुनिया के बड़े ही लोकप्रिय नेता रहे हैं। कर्पूरी ठाकुर भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी, आदर्श शिक्षक, लोकप्रिय राजनीतिक थे जिन्होंने बिहार राज्य के उपमुख्यमंत्री और दो बार मुख्यमंत्री के पद को सुशोभित किया। भारत छोड़ो आंदोलन के समय 26 महीनों तक उन्हें जेल में रहना पड़ा था। आमजन के बीच इतना लोकप्रिय थे कि उन्हें जननायक की उपाधि दी गई।मुख्यमंत्री काल में इनका कार्य अति सराहनीय रहा। इनके ऐसे कई कार्य हैं जिन्हें देश की जनता भूल नहीं सकी है । ऐसे महान व्यक्ति को जिन्होंने देश के गरीबों की आवाज के रूप में कार्य किया। मुख्यमंत्री काल में उन्होंने वंचित वर्ग को आरक्षण देकर मिसाल कायम की थी। कर्पूरी ठाकुर दूरदर्शी होने के साथ-साथ एक ओजस्वी वक्ता भी थे। कर्पूरी ठाकुर का चिर परिचित नारा था ‘अधिकार चाहो तो लड़ना सीखो, पग पग पर लड़ना सीखो, जीना है तो मरना सीखो’ देश की राजनीति में ऐसे राजनीतिक विरले ही होंगे जिनकी मृत्यु के उपरांत उनके घर में एक सौ रुपए भी नहीं मिले थे। ऐसे महान व्यक्ति का नाम कर्पूरी ठाकुर है। उपायुक्त को ज्ञापन सौंपने में शंभू ठाकुर, हीरा ठाकुर इंद्र देव शर्मा, चुन्नू ठाकुर,अशोक कुमार प्रमाणिक, संतोष ठाकुर, बिंदा ठाकुर, विजय ठाकुर, सुमित प्रमाणिक, आनंद कुमार ठाकुर, सुजीत कुमार ठाकुर, कुणाल कुमार शर्मा, विक्रम कुमार, चंदन शर्मा, रवि प्रसाद,दीपक कुमार ठाकुर समेत अन्य लोग थे।